Mumbai Weather Update: महाराष्ट्र में भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं. अब तक 82 लोग हुए हिट स्ट्रोक का शिकार हो चुके हैं. इस साल गर्मी ने पिछले 14 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है. हिट स्ट्रोक के मरीजों के लिए कोल्ड रूम तैयार किया गया है. मरीजों के लिए 16 अस्पतालों में विशेष इंतजाम किए गए हैं.
महाराष्ट्र मौसम अपडेट
महाराष्ट्र में मौसम विभाग ने लू और मुंबई में भीषण गर्मी पड़ने का अलर्ट जारी किया गया है. मुंबई, ठाणे और रायगढ़ में दो दिनों तक तापमान 40 डिग्री तक ही रहने का अलर्ट जारी किया गया है. अधिकतम तापमान 40 से 50 डिग्री तक रह सकता है.
मुंबई का मौसम
मुंबई में आने वाले दिनों में गर्मी का मौसम और अपने चरम पर पहुंचने वाला है. अप्रैल के महीने में ही लोगों को 40 डिग्री गर्मी का तापमान झेलना पड़ रहा है जबकि मई का महीना अभी बाकी है. ऐसे में इस गर्मी से निपटने के लिए बीएमसी ने अपने कई स्वास्थ्य केंद्रों में कोल्ड रूम बनाए हैं, साथ ही हीट स्ट्रोक की दवाइयां उपलब्ध कराई हैं.
अस्पतालों में कैसी है व्यवस्था?
व्यवस्था का जायजा लेने के लिए जब ABP न्यूज़ की टीम मुंबई के नायर अस्पताल पहुंची तो पाया कि यहां पर अच्छे खासे कोल्ड तापमान के साथ कोल्ड रूम बनाए गए हैं. जहां हीट स्ट्रोक के रोगियों के इलाज के विशेष बेड की व्यवस्था की गई है.
नायर अस्पताल के डीन सुधीर मेधेकर ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि हमने 6 कोल्ड रूम बनाया है. प्रत्येक रूम में एक बेड है जो MICU केयर में बनाया गया है. यहां आपको हीट स्ट्रोक के उपचार के इस्तेमाल में आने वाली सारी दवाइया मिलेंगी. अभी गनीमत है कि हमारे अस्पताल में और जानकारी के मुताबिक हमारे शहर में भी अब तक कोई मरीज सामने नहीं आये हैं.
कोल्ड रूम विभाग की प्रमुख डॉ. रोजमेरी डी सूजा ने बताया की हमारा मुख्य उद्देश्य होता है कि मरीज जैसे ही यहां आए हम पहले ठंडे पानी और स्पॉन्ग से उसके शरीर को ठंडा करें क्योंकि उसके बिना इलाज करना और गंभीर हो जाता है.
हिट स्ट्रोक से प्रभावित आंकड़ों और क्षेत्रों की बात करें तो महाराष्ट्र में 1 मार्च से 15 अप्रैल तक 82 हीट स्ट्रोक के मामले सामने आए हैं. सबसे ज्यादा केस बुलढाना में मिले. यहां 12 मामले सामने आए हैं. इसके बाद सिंधुदुर्ग (9) वर्धा (8), नाशिक (6), कोल्हापुर (5) और पुणे (5) में मामले मिले. अकेले 2 सप्ताह में 36 मामले सामने आए हैं.
बीएमसी ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है की, बाहर निकलें तो हर 20 मिनट पर मूंह पर पानी का छिड़काव करते रहे और पानी पीते रहे. 5 मिनट का ब्रेक लेते रहें. दोपहर 12 से 3 बजे के बीच बाहर निकलने से बचें.