Maharashtra News: 20 राज्यों में प्री-मानसून बारिश की भारी कमी, खेती पर पड़ सकता है बुरा असर
Pre Monsoon Rain: मौसम विभाग के मुताबिक 1 मार्च से 25 अप्रैल तक देश के 20 राज्यों में प्री मानसून बारिश काफी कम दर्ज की गई है. कम बारिश होने से इन 20 राज्यों में पानी की भारी किल्लत हो सकती है.
Pre Monsoon Showers: पुणे के मौसम विभाग के ताजा आकड़ों के मुताबिक 20 राज्यों में प्री-मानसून की कम बारिश हुई है. यह खबर किसानों के लिए अच्छी नहीं है, यह आकड़ें चिंताजनक हैं. किसान पहले ही मौसम की मार झेल रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें सिंचाई करने में दिक्कत हो रही है.
1 मार्च से 25 अप्रैल तक 20 राज्यों में बारिश कम दर्ज
मौसम विभाग के मुताबिक 1 मार्च से 25 अप्रैल तक देश के 20 राज्यों में प्री मानसून बारिश काफी कम दर्ज की गई है. कम बारिश होने की वजह से इन 20 राज्यों में पानी की भारी किल्लत हो सकती है. जिसकी वजह से खरीफ की फसलों की सिंचाई प्रभावित हो सकती है, इन दो महीनों में कम बारिश होने की वजह से गर्मी बढेगी और सब्जियों सहित गन्ना और कपास की फसलों पर सबसे ज्यादा असर पड़ सकता है.
बांधों के पानी पर बढ़ेगा ज्यादा दबाव
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार कई नदी घाटियों में इस प्री-मानसून में बारिश नहीं हुई है. जबकि कई अन्य जगहों में काफी कम बारिश दर्ज की गई है, जिससे बांधों के पानी के उपयोग पर ज्यादा दबाव बढ़ेगा. भारत में प्री मानसून बारिश भारत की कुल वार्षिक बारिश का लगभग 11% है, यानी कि भारत में होने वाली बारिश में 11 फीसदी हिस्सा प्री-मानसून बारिश का है.
यह भी पढ़ें: Maharashtra Weather Forecast: मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ में आज से चलेगी 'लू', जानें- कहा-कहां छाए रहेंगे बादल
पानी के स्रोतों में भी आएगी कमी
ऐसे में कम बारिश होने के कारण फलों और सब्जियों और अन्य फसलों की सिंचाई के लिए पानी के स्रोतों में भी कमी आएगी. अगर एक नदी बेसिन में कम बारिश होती है या नहीं होती है, तो ऐसे में बेसिनों में जलाशयों पर आबादी की जरूरतों के लिए पानी उपलब्ध कराने का अधिक दबाव होता है. यह स्थिती बांध के जल स्तर को प्रभावित करेगा. अभी तक 20 राज्यों में गर्मी से राहत नहीं मिली है. सब्जी और फलों के दाम भी बाजार में बढ़ रहे हैं. खासकर यह मौसम और बारिश की कमी से गन्ना और कपास की सिंचाई को प्रभावित कर सकती है.
कम प्री-मानसून बारिश किसानों की सिंचाई की जरुरतों को बढ़ा सकती है, जिसका मतलब जलाशयों में मौजूद पानी की अधिक मांग होगी. 24 अप्रैल तक मौसम विभाग के बारिश के आंकड़ों से पता चला है कि महाराष्ट्र की में अधिकांश नदियों ने अब तक मौसम में बड़े पैमाने पर कम बारिश दर्ज की है, जिसमें राज्य में 60-100% की कमी आएगी.
यह भी पढ़ें: Maharashtra News: सीएम उद्धव ठाकरे बोले- हम लोगों को मजबूर नहीं कर रहें लेकिन मास्क जरूर पहनें