Maharashtra Politics: शिवसेना (यूबीटी) के नेता अंबादास दानवे ने बृहस्पतिवार को कहा कि विधानसभा में बहुमत के करीब होने के बावजूद बीजेपी ने मुख्यमंत्री की घोषणा नहीं करके महाराष्ट्र को 12 दिनों तक बंधक बनाए रखा. विधान परिषद में विपक्ष के नेता दानवे ने आरोप लगाया कि बीजेपी राज्य को नेतृत्व प्रदान करने में विफल रही. दानवे ने कहा कि बीजेपी के पास स्पष्ट जनादेश होने के बावजूद पार्टी ने राज्य को 12 दिन तक बंधक बनाए रखा. राज्य के समक्ष कई लंबित मुद्दे हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के 23 नवंबर को घोषित परिणामों में, बीजेपी ने 132 सीट जीती थीं. इसके बाद शिवसेना ने 57 और एनसीपी ने 41 सीट पर जीत हासिल की. विपक्षी शिवसेना यूबीटी ने 20, कांग्रेस ने 16 और एनसीपी (एसपी) ने 10 सीट पर जीत दर्ज की. दानवे ने कहा कि इस बात को लेकर असमंजस की स्थिति थी कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं या वह बीजेपी को ब्लैकमेल कर रहे हैं.
शिंदे ने बृहस्पतिवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. दानवे ने शिंदे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शपथग्रहण समारोह के लिए सरकार की ओर से भेजे गए निमंत्रण में उनका नाम नहीं था. पिछली सरकार का नेतृत्व करने वाले शिंदे नयी सरकार में उपमुख्यमंत्री के तौर पर काम करने के इच्छुक नहीं थे. हालांकि, देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना विधायकों द्वारा शिंदे से सरकार में शामिल होने का आग्रह किए जाने के बाद वह सहमत हो गए.
देवेंद्र फडणवीस ने ली तीसरी बार सीएम पद की शपथ
बता दें कि सत्ता में दमदार वापसी करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार की शाम दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में एक भव्य समारोह में तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. बीजेपी नीत ‘महायुति’ गठबंधन के नेताओं एकनाथ शिंदे और अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी गई. समारोह के तुरंत बाद, फडणवीस, शिंदे और पवार एक साथ दक्षिण मुंबई में स्थित राज्य सचिवालय मंत्रालय पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री ने नयी सरकार की पहली मंत्रिमंडल बैठक की अध्यक्षता की और संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित किया.