Maharashtra News: महाराष्ट्र (Maharashtra) की साइबर पुलिस (Cyber Police) को हाल ही में व्हाटस्एप पर मिले धमकी भरे संदेशों में एक अहम जानकारी मिली है. दरअसल हाल ही में मुंबई शहर में 26/11 के आतंकी हमलों की पुनरावृत्ति की चेतावनी वाले व्हाट्सएप संदेशों को भेजने के लिए पाकिस्तान के एक इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) पते का इस्तेमाल किया गया था. इस बीच जहां लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है, वहीं अगला काम मैसेज में बताए गए 10 लोगों के नाम और मोबाइल नंबर के रहस्य को सुलझाना है. 10 में से आठ नाम उत्तर प्रदेश के बिजनौर से हैं, जबकि एक-एक मुजफ्फरनगर, यूपी और हरियाणा का भी है.
पाकिस्तान का था मोबाइल नंबर
प्रारंभिक जांच से पता चला था कि भेजने वाले ने यूके स्थित वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का इस्तेमाल किया था. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हालांकि संबंधित सेवा प्रदाता से ग्राहक का विवरण साझा करने का अनुरोध किया गया था, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. बाद में पता चला कि जिस मोबाइल नंबर से मैसेज भेजे गए थे, वह भी पाकिस्तान का ही था. क्राइम ब्रांच की टीमों ने लोगों से पूछताछ करने के लिए बिजनौर और हरियाणा का दौरा किया, लेकिन उनके बारे में कुछ भी सामान्य या संदिग्ध नहीं मिला. अधिकारी ने कहा, "बिजनौर में उनमें से केवल दो एक-दूसरे को जानते थे और उनमें से किसी का भी कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है."
जांच में सामने आई ये बात
मोबाइल नंबरों में से एक विरार का पता चला और यह एक 26 वर्षीय व्यक्ति के पास मिला, जो बिजनौर का रहने वाला है. वह एक नाई का काम करता है और अगस्त के पहले सप्ताह में महाराष्ट्र आया था और अपने रिश्तेदार के यहां रह रहा था. अपराध शाखा के अधिकारी ने कहा कि उसने दावा किया कि एक वकील को धमकाने के लिए पहले भी उसके नंबर का दुरुपयोग किया गया था, यह कहते हुए कि वे उसके दावों की पुष्टि कर रहे हैं. अधिकारी ने कहा, "देश भर में कई एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है और यूपी का आतंकवाद निरोधी दस्ता भी कुछ लोगों से पूछताछ कर रहा है."
धमकी भरे संदेशों में कही गई थी ये बात
20 अगस्त को वर्ली स्थित अपने कंट्रोल रूम से संचालित मुंबई ट्रैफिक पुलिस की हेल्पलाइन के व्हाट्सएप नंबर पर धमकी भरे संदेश प्राप्त हुए थे. पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 506 (2) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया. हिंदी में संदेश, रात 10.50 बजे आने लगे और दावा किया कि 10 भारतीय एक आतंकी साजिश का हिस्सा हैं और 26/11 से भी बदतर कुछ करने वाले हैं. पाकिस्तान से होने का दावा करने वाले व्यक्ति ने नवंबर 2008 के आतंकी हमलों के एकमात्र आतंकवादी अजमल आमिर कसाब जैसे नामों का उल्लेख किया, जिसे गिरफ्तार किया गया और मौत की सजा सुनाई गई थी.