Solapur News: गांव में एक पुल न होने के कारण महाराष्ट्र के सोलापुर के लोग अपनी जान जोखिम में डालकर उफनती नदी से होकर गुजरने को मजबूर हैं.  हाल ही में एक शख्स को दफनाने के लिए गांव के लोगों को उफनती नदी से होकर गुजरना पड़ा क्योंकि गांव में कब्रिस्तान नहीं है. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें पीतापुर गांव के लोग मंगलवार को नूर अहमद (48) को कब्रिस्तान में दफनाने के लिए उफनती हरना नदी को पार करते दिखाई दे रहे हैं.


नदी में प्रवेश करने के अलावा कोई चारा नहीं
बता दें कि अक्कलकोट तहसील में स्थित इस गांव में एक बड़ी मुस्लिम आबादी रहती है. चूंकि कब्रिस्तान नदी के दूसरी ओर है, इसलिए ग्रामीणों को मृतकों को दफनाने के लिए नदी पार करनी पड़ती है. नदी पर कोई पुल नहीं होने के कार उनके पास उस नदी में प्रवेश करने के अलावा कोई और चारा नहीं है. पीतापुर गांव के ग्राम पंचायत सचिव संदीप पचांगे ने कहा कि हम लंबे समय से नदी पर पुल बनाने की मांग कर रहे हैं ताकि ग्रामीणों को परेशानी का सामना न करना पड़े. वहीं वायरल वीडियो को लेकर उन्होंने कहा कि चूकिं नूर मोहम्मद का अंतिम संस्कार करना लाजमी था इसलिए परिवार के सदस्यों ने नदी  पर कर ही दूसरी तरफ जाने का फैसला किया. पंचागे ने कहा कि नदी पार करने के दौरान खाली बैरल को घाट के नीचे बांध दिया गया था, ताकि नदी पार करते समय यह डूब न जाए. इसके अलावा नदी पार करने के दौरान कुछ अच्छे तैराकों की भी मदद ली गयी.


वीडियो वायरल होने के बाद बीडीओ ने किया गांव का दौरा
वीडियो वायरल होने के बाद अक्कलकोट तहसील के प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) सचिन खुदे ने मंगलवार को गांव का दौरा किया. गांव वालों परेशानी  को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि  "आम तौर पर, अक्कलकोट क्षेत्र में बारिश इतनी अधिक नहीं होती है, लेकिन इस क्षेत्र में हाल ही में भारी बारिश हुई, जिससे नदी में बाढ़ आ गई." खुदे ने कहा कि स्थानीय विधायक और जनप्रतिनिधि नदी पर पुल निर्माण की मांग को लेकर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं.


नदी पर जल्द ही किया जाएगा बैराज का निर्माण
बीडीओ ने कहा कि जहां तक मुझे जानकारी है, इस नदी पर कोल्हापुर जैसे बैराज प्रस्तावित हैं, जिनका निर्माण आने वाले दिनों में किया जाएगा. खुदे ने कहा कि तब तक अस्थाई समाधान के रूप में प्रशासन ने ग्रामीणों से कहा है कि वे  किसी भी निवासी को गांव में कब्रिस्तान के लिए जमीन दान करने के लिए मनाने की कोशिश करें. उन्होंने कहा कि यदि कोई इसके लिए तैयार होता है तो हम प्रशासन के सामने प्रस्ताव रखेंगे और इसे मंजूरी दिलाकर आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने की कोशिश करेंगे.


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