Tanaji Sawant on infant death: महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने बुधवार को विधानसभा को बताया कि इस साल अप्रैल से अक्टूबर तक की अवधि में महाराष्ट्र में कम से कम 4,872 शिशुओं की मौत हुई और यह आंकड़ा प्रतिदिन औसतन 23 मौतों का है. उन्होंने कहा कि 4,872 शिशुओं में से 795 (16 प्रतिशत) की मौत सांस संबंधी बीमारियों से हुई. प्रश्नकाल के दौरान विधायक सचिन कल्याणशेट्टी के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में मंत्री ने कहा कि मुंबई, ठाणे, सोलापुर, अकोला और नंदुरबार में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं.


आंकड़ों ने किया हैरान
मंत्री ने कहा, 'इस साल अप्रैल से अक्टूबर के दौरान महाराष्ट्र में 4,872 शिशुओं की मौत हुई है. मरने वाले शिशुओं की उम्र शून्य से 28 दिन के बीच थी. मौत के आंकड़ों पर गौर करें तो रोजाना औसतन 23 शिशुओं की मौत हुई है.' उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में 52 विशेष नवजात देखभाल कक्ष कार्यरत हैं. मंत्री ने कहा, 'सभी बीमार शिशुओं के लिए सरकारी अस्पतालों में दवा, परीक्षण और परिवहन मुफ्त मिलता है.'


कुछ दिन पहले स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किया प्रदर्शन
12 दिसंबर को, महाराष्ट्र राज्य विधानसभा में महाविकास अघाड़ी गठबंधन से जुड़े विपक्षी दलों के नेताओं ने राज्य सरकार पर स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर स्थिति का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया था.शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी और कांग्रेस सहित नेता अपनी चिंताओं को व्यक्त करने के लिए विधान भवन के बाहर एकत्र हुए थे.


विपक्ष ने लगाए थे आरोप
विपक्ष के नेताओं ने सफेद कोट पहने, स्टेथोस्कोप और एक प्रतीकात्मक स्ट्रेचर के साथ, विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार, विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण और बालासाहेब थोराट जैसे नेताओं ने महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत और स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारे लगाए.


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