Maharashtra News: महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा को लेकर अब विवाद बढ़ता जा रहा है. दोनों राज्यों के बीच यह विवाद पांच दशकों से भी ज्यादा पुराना है. जिसकों लेकर इन दिनों जमकर राजनीति भी हो रही है. इसी बीच मंगलवार को महाराष्ट्र के दो मंत्री कर्नाटक के बेलगावी जाने वाले थे, लेकिन उन्हें अपना दौरा स्थगित करना पड़ा. महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रकांत पाटिल और शंभूराज देसाई कर्नाटक के बेलगावी में लोगों से चर्चा करने के लिए जाने वाले थे. लेकिन कर्नाटक सरकार ने उन्हें कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए बेलगावी यात्रा के लिए मना कर दिया.


दरअसल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने सोमवार को कहा था कि उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि अगर महाराष्ट्र के नेता बेलगावी का दौरा करते हैं तो सरकार भी उनपर कोई भी कानूनी कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेगी. वहीं अब यात्रा स्थगित होने पर मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि हम अपने दौरे की अगली तारीख जल्द तय करेंगे. बेलगावी में जाकर हम मराठी भाषी लोगों से बात करेंगे और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री जिन 850 गांवों को जो पैकेज देने वाले है उसको लेकर भी चर्चा करेंगे.


डिप्टी सीएम फडणवीस भी नहीं थे इस यात्रा से सहमत


इन मंत्रियों की कर्नाटक यात्रा को लेकर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी सहमत नहीं थे. उन्होंने कहा था कि जिन दो मंत्रियों ने विवादित क्षेत्रों का दौरा करने की घोषणा की थी, उन्हें बाबा साहेब अंबेडकर की पुण्यतिथि पर स्थानीय लोगों ने आमंत्रित किया था. लेकिन कानूनी पेचीदगियों से बचने के लिए विवादित क्षेत्रों में ऐसी यात्रा नहीं करनी चाहिए.


वहीं आपकों बता दें कि महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच मराठी भाषी गांवों को लेकर विवाद काफी लंबे समय से चल रहा है. महाराष्ट्र में लंबे समय से इन गांवों को अपने राज्य में शामिल करना चाहता है. लेकिन कर्नाटक सरकार इसके लिए राजी नहीं है.