विधान परिषद चुनाव: उद्धव ठाकरे गुट ने विधायकों को लेकर लिया बड़ा फैसला, अजित पवार भी बुक करने जा रहे होटल
Vidhan Parishad Election: महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव के मद्देनजर उद्धव ठाकरे गुट के सभी विधायक 10, 11 और 12 जुलाई को होटल में रहेंगे. उद्धव ठाकरे होटल में बैठक करने वाले हैं.
Maharashtra Legislative Council Elections: महाराष्ट्र में विधानपरिषद चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. महायुति और महाविकास आघाड़ी में शामिल पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटी है. दोनों गठबंधनों ने विधान परिषद चुनाव को लेकर सतर्क रुख अपनाया है. एबीपी माझा के मुताबिक चुनाव के दौरान उद्धव ठाकरे गुट के सभी विधायक होटल में रहेंगे. 10, 11 और 12 जुलाई को ठाकरे के 16 विधायक होटल में रुकेंगे.
इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे होटल में बैठक करने वाले हैं. बताया जा रहा है कि चुनाव को लेकर किसी भी किरकिरी से बचने के लिए उद्धव ठाकरे ने ये फैसला लिया है. इसके अलावा अजित पवार की पार्टी एनसीपी और बीजेपी विधायकों के भी होटल में रुकने की खबर है.
NCP विधायकों के लिए होटल बुक करेंगे अजित पवार
महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में वोटों का बंटवारा रोकने के लिए एनसीपी विधायकों के लिए होटल बुक करने जा रही है. 11 विधान परिषद सीटों के लिए 12 जुलाई को मतदान होगा. विधान परिषद चुनाव के लिए एनसीपी के पास 2 उम्मीदवार हैं और पार्टी के पास अपने अधिकार के 43 वोट हैं. फिर भी एनसीपी को 2 उम्मीदवारों का वोट कोटा पूरा करने के लिए 3 वोटों की जरूरत होगी. फिलहाल विधान परिषद चुनाव में उम्मीदवार चुनने के लिए 23 वोटों का कोटा तय किया गया है.
विधान परिषद चुनाव को लेकर बीजेपी भी सावधान!
उद्धव ठाकरे और अजित पवार की एनसीपी के बाद बीजेपी ने भी सतर्क दिख रही है. सभी बीजेपी विधायकों को होटल में रखा जाएगा. खबर है कि पार्टी ने अपने सभी विधायकों को होटल में रखने का फैसला किया है ताकि वोटों का बंटवारा न हो सके.
11 विधान परिषद सीटों के लिए 12 उम्मीदवार
महाराष्ट्र विधान परिषद के लिए 12 जुलाई को होने वाले 11 सीटों के चुनाव के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं. वरिष्ठ नेताओं के सामने महा विकास अघाड़ी या दोनों दलों के वोटों का मिलान करके अपने उम्मीदवारों का चयन करने की एक बड़ी चुनौती है. आख़िर वोटों का मिलान कैसे होगा? किसी को कितने वोट मिलेंगे? निर्दलीय विधायकों की वास्तविक भूमिका क्या है? ऐसे सवाल उठ रहे हैं. इसलिए वोटों के बंटवारे से बचने के लिए कुछ पार्टियां अपने विधायकों को होटलों में रखने जा रही हैं.
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