दिल की बात जुबां पर आ ही गई! शिंदे गुट के नेता ने बता दिया महाराष्ट्र में क्यों हुआ नुकसान
Maharashtra Lok Sabha Elections Result: शिवसेना नेता और विधायक संजय शिरसाठ ने कहा कि ऐसी कई गलतियां हुई हैं, जहां पर सर्वे के नाम पर उम्मीदवारों को बदल दिया गया और इसका नुकसान हुआ.
Lok Sabha Elections Result 2024: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद अब आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए महायुति में चर्चा शुरू हो गई है. सूत्रों ने दावा किया कि बीजेपी ने कई तरह के सर्वे के नाम पर सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना उम्मीदवारों और एनसीपी (अजित पवार गुट) के उम्मीदवारों की जगह बदली थी. ऐसे में विधानसभा चुनाव के दौरान अब बीजेपी के सर्वे के दबाव में ना आते हुए अपने उम्मीदवार खड़े करने की चर्चा महायुति में शुरू हो गई है.
शिवसेना नेता और विधायक संजय शिरसाट ने इस खुसफुस को सही बताते हुए कहा कि ऐसी कई गलतियां हुई हैं, जहां पर सर्वे के नाम पर उम्मीदवारों को बदल दिया गया और इसका नुकसान हुआ. शिरसाट ने आगे कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए इस तरह न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा. तो वहीं, शिवसेना (UBT) नेता सचिन अहीर ने कहा कि आज बीजेपी की स्ट्रेटजी है, जिसका असर विधानसभा चुनाव के दौरान भी होगा.
महायुति में लोकसभा उम्मीदवारों की हुई थी अदला बदली?
सूत्रों की माने तो शिवसेना को कृपाल तुमने को रामटेक की जगह देनी थी, लेकिन उस जगह पर राजू पारवे को टिकट दिया गया. पारवे इस लोकसभा चुनाव में कोंग्रेस के उम्मीदवार श्यामकुमार बर्वे से 76768 मतों से हार गए. तो वहीं भावना गवली को यवतमाल-वाशिम लोकसभा सीट की टिकट ना देते हुए उनकी जगह पर हेमंत पाटिल की पत्नी राजश्री ताई को टिकट दी गई. चुनाव में राजश्री ताई शिवसेना (UBT) के उम्मीदवार संजय देशमुख 94473 वोटों के अंतर से जीते.
तो वहीं, शिवसेना के पूर्व सांसद हेमंत पाटिल जो हिंगोली से सांसद थे. उन्हें वहां से टिकट न देते हुए उनकी जगह पर बाबूराव कोहलिकर को टिकट दिया गया. इस चुनाव में कोहलिकर उद्धव ठाकरे की शिवसेना के उम्मीदवार आष्तिकर पाटिल नागेश बापूराव ने 492535 मतों से हराया. बता दें कि इस सीट से शिंदे गुट ने पहले हेमंत पाटिल के नाम का ऐलान किया था पर बाद में नाम बदल दिए गए थे.
यही नहीं, अब एनसीपी (अजित पवार गुट) का भी यह मानना है कि उनके उम्मीदवार की सीट भी सर्वे के नाम पर बदल दी गई थी जिसके चलते उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. एनसीपी सूत्रों ने बताया कि उस्मानाबाद लोकसभा सीट से विधानपरिषद के विधायक विक्रम काले को टिकट देने के बजाय अर्चना पाटिल को टिकट दिया गया, इस चुनाव में पाटिल शिवसेना (उद्धव गुट) के उम्मीदवार ओमप्रकाश राजेनिम्बलकर की 329846 मतों से जीत हुई.
एनसीपी नेता राजेश विटेकर को परभणी लोकसभा सीट से टिकट चाहिए था लेकिन उन्हें वहां से टिकट न देते हुए NDA का घटक दल राष्ट्रीय समाज पक्ष के नेता जानकर महादेव जगन्नाथ को टिकट दिया गया लेकिन चुनाव में वो उद्धव ठाकरे की शिवसेना के उम्मीदवार संजय जाधव से 134061 मतों से हार गए.
एनसीपी नेता बाबा आत्राम को लोकसभा की गड़चिरोली-चिमूर सीट से टिकट देने की बात की जा रही थी क्योंकि आत्राम का उस इलाके में अच्छी पकड़ है लेकिन उन्हें टिकट ना देते हुए बीजेपी नेता अशोक नेटे को टिकट दिया गया जो कि कांग्रेस नेता डॉक्टर किर्शन नामदेव से 141696 मतों से हार गए.
वहीं एनसीपी नेता छगन भुजबल को नाशिक लोकसभा सीट से टिकट देने की बात कही जा रही थी लेकिन उन्हें टिकट ना देते हुए शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता हेमंत गोडसे को टिकट दी गई जो कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना नेता राजाभाऊ वाज़े से 162001 मतों से हार गए.
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