Maharashtra News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने रविवार को मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे मनोज जरांगे से मुंबई की ओर न बढ़ने की अपील की है. साथ ही इस बात पर जोर दिया कि इस मुद्दे पर राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग काम कर रहा है. अपना वादा पूरा करते हुए शिवबा संगठन के नेता मनोज जरांगे पाटिल (Manoj Jarange) ने शनिवार (21 जनवरी) की सुबह मराठा आरक्षण के लिए दबाव बनाने को लेकर हजारों समर्थकों के साथ अपने पैतृक गांव अंतरवली-सरती से 'मुंबई मार्च' शुरू किया.


मनोज जरांगे ने घोषणा की है कि वह लाखों समर्थकों के साथ मुंबई पहुंचेंगे और मांगें पूरी होने तक अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करेंगे. जरांगे की मांग है कि राज्य में मराठा समुदाय के लोगों को कुनबी प्रमाणपत्र दिया जाए, ताकि समुदाय अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण का लाभ उठा सकें. सीएम शिंदे ने मीडिया से कहा कि राज्य सरकार ने महाराष्ट्र राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को अपने काम में तेजी लाने और राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.


शरद पवार ने सरकार पर किया तंज 
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने मराठा आरक्षण पर फैसला लेने के लिए फरवरी में विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित करने की भी योजना बनाई है. उन्होंने जरांगे से मुंबई की ओर न बढ़ने की अपील की है. वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने सरकार पर तंज कसते हुए पूछा, 'वह दो मंत्री कहां हैं, जिन्होंने मराठा आरक्षण का वादा किया था और वह अब अपना चेहरा क्यों नहीं दिखा रहे हैं.'


बता दें अगस्त 2023 से अकेले ही आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मराठा नेता ने पहले 'या तो मेरा अंतिम संस्कार जुलूस या विजय मार्च' के नारे के साथ आरक्षण की मांग की थी. अब उन्होंने मुंबई में मराठा मार्च को विफल करने का प्रयास करने पर गोलियों का सामना करने की तैयारी व्यक्त की.



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