Maratha Reservation Update: मनोज जरांगे इस वक्त अपने महाराष्ट्र दौरे पर हैं. सोमवार 11 दिसंबर को मनोज जरांगे बीड के अंबाजोगाई पहुंचे थे. वहां पहुंचने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई. उस वक्त डॉक्टर ने भी चेक किया था. इसके बाद जैसे ही उन्होंने अपना भाषण खत्म किया, उन्हें इलाज के लिए थोराट अस्पताल में भर्ती कराया गया. अपने भाषण के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि जरांगे पाटिल की किडनी में सूजन है. इसके बाद जानकारी मिली कि उनकी हालत बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ऐसे में जरांगे पाटिल ने मंच पर भाषण दिया. लेकिन फिर उन्हें तकलीफ होने लगी और अस्पताल में भर्ती कराया गया.
भाषण के दौरान जरांगे पाटिल ने क्या कहा?
तबीयत खराब होने के बाद भी जरांगे पाटिल ने अपना भाषण जारी रखा. इस दौरान उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण की लड़ाई अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है. हमारे लोगों ने कई वर्षों तक इंतजार किया है. किसी भी राजनीतिक नेता की बात सुने बिना बस एकजुट रहें. अपनी जान की परवाह मत करो. मैं थोड़ा बीमार हूं लेकिन मैं बदलाव के लिए प्रतिबद्ध हूं.
जरांगे ने सरकार को दिया है ये अल्टीमेटम
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी सरकार को अल्टीमेटम देते हुए, मनोज जरांगे-पाटिल ने कहा कि अगर 24 दिसंबर, 2023 को मराठों को आरक्षण नहीं मिला, तो समुदाय "अपनी ताकत दिखाएगा". जरांगे-पाटिल का बयान ऐसे समय आया है जब महाराष्ट्र विधानमंडल का नागपुर शीतकालीन सत्र चल रहा है और सरकार द्वारा दायर सुधारात्मक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार है. जारंगे-पाटिल ने कहा, "पिछले 70 वर्षों से मराठों को आरक्षण से वंचित किया गया है, लेकिन अब आरक्षण पाने का समय आ गया है. अगर 24 दिसंबर तक सरकार कोई निर्णय लेने में विफल रहती है, तो हम 25 दिसंबर को अपनी भविष्य की कार्रवाई तय करेंगे. हम अपनी ताकत दिखाएंगे."