Mumbai News: कोरोना महामारी (COVID-19 pandemic) में अपने माता-पिता को खोने वाले कॉलेज छात्रों के लिए एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की सरकार ने बड़ी घोषणा की है. महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार उन कॉलेज छात्रों की शिक्षा का खर्च वहन करेगी, जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को कोविड -19 महामारी में खो दिया है. राज्य के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री पाटिल ने कांग्रेस विधायक शिरीष चौधरी (Shirish Chaudhary) के एक सवाल का जवाब देते हुए विधानसभा में यह घोषणा की.


राज्य में ऐसे लगभग 1200 छात्र


पाटिल ने कहा कि राज्य के विभिन्न सरकारी कॉलेजों में 931 ग्रेजुएट  और 228 पोस्टग्रेजुट छात्र ऐसे हैं जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार उनके पूरे कोर्स की फीस का भुगतान करेगी. राज्य मंत्री ने कहा कि इस फैसले से राज्य सरकार के खजाने पर सालाना 2 करोड़ रुपए से अधिक का बोझ पड़ेगा, उन्होंने कहा कि अब  राज्य सरकार को हर साल  इस तरह का निर्णय लेने की आवश्यकता नहीं होगी.


जनहित में रफ्तार से फैसले ले रही महाराष्ट्र की नई सरकार


बता दें कि जब से महाराष्ट्र में नई सरकार आई है उसने जनहित में एक के बाद एक कई फैसले लिये हैं. युवाओं और छात्रों के हित में हाल फिलहाल में यह दूसरी बड़ी घोषणा है, इससे पहले शिंदे सरकार ने दही हांडी उत्सव के प्रतिभागियों को सरकारी नौकरी में आरक्षण देने का ऐलान किया था, हालांकि सरकार के इस फैसले का कई विपक्षी दलों ने कड़ा विरोध किया है.


लगातार दूसरे दिन महाराष्ट्र में कोरोना के केसों में गिरावट दर्ज


वहीं, अगर महाराष्ट्र में कोरोना केसों की बात करें तो राज्य में पिछले दो दिनों में कोरोना के केसों में गिरावट दर्ज हुई है. हालांकि पिछले हफ्ते राज्य में कोरोना के केसों में हल्की तेजी दर्ज की गई थी. सोमवार को महाराष्ट्र में कोरोना के 1832 केस दर्ज हुए इनमें से 818 केस अकेले मुंबई में दर्ज हुए. लगातार दूसरे दिन मुंबई में 1000 से कम कोरोना के केस सामने आए हैं.


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