Maharashtra News: महाराष्ट्र के मंत्री शंभूराज देसाई ने गुरुवार (4 जुलाई) को विधानसभा को बताया कि मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. मनोज जरांगे की सुरक्षा में चार सशस्त्र कर्मी तैनात किए गए हैं. जालना जिले के अंतरवाली सराती में जरांगे के निवास स्थान की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किए जाने के आरोपों के बारे में देसाई ने कहा कि मामले की जांच के लिए स्थानीय पुलिस अधीक्षक ने तीन टीम गठित की हैं.
दरअसल, विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने मंगलवार को ड्रोन निगरानी का मुद्दा उठाया था. कांग्रेस नेता ने कहा था कि मनोज जरांगे की जान को खतरा हो सकता है और सरकार को उन्हें सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए. इसके बाद शंभूराज देसाई ने विधानसभा में बताया था कि 'जरांगे को पहले भी सशस्त्र सुरक्षा प्रदान की गई थी, यदि जरूरत पड़ी तो सुरक्षा बढ़ाई जाएगी.'
जांच में जुटी पुलिस
शंभूराज देसाई ने बताया कि राज्य सरकार जालना जिला पुलिस से इस मुद्दे की जांच करने और रिपोर्ट पेश करने का निर्देश देगी. पुलिस की टीम पहले ही जरांगे के अंतरवाली सराटी गांव का दौरा कर चुकी है, लेकिन कोई ड्रोन नहीं मिला है. जिला पुलिस ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. हालांकि, एक और दल फिर से मौके पर जाएगा और जरांगे की ड्रोन से जासूसी हुई है या नहीं इसकी पड़ताल करेगा.
यह मामला तब सामने आया जब ग्रामीणों ने दावा किया कि उन्होंने सरपंच कौशल्याबाई तरख के घर के ऊपर ड्रोन कैमरा उड़ते देखा, जहां मनोज जरांगे ठहरे हुए हैं. उन्होंने दावा किया कि कुछ दिनों में यह दूसरी बार है जब इस तरह का ड्रोन देखा गया है.
मालूम हो कि मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे मनोज जरांगे ने 13 जून को अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल खत्म की थी. उन्होंने राज्य सरकार के आश्वासन के बाद छठवें दिन अनशन तोड़ा था. तब उन्होंने मांग के मुताबिक मराठा आरक्षण लागू करने के लिए एक महीने का अल्टीमेटम भी दिया था. कहा जा रहा है कि जरांगे अभी नया विरोध प्रदर्शन शुरू करने की तैयारी कर रहे है.