Maharashtra: 'जो लोग मंत्री बने हैं उनकी...', शिवसेना नेताओं के नाराजगी पर उदय सामंत का बड़ा बयान
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद न मिलने पर नाराज शिवसेना नेताओं को लेकर उदय सामंत ने कहा कि सभी को समायोजित करना संभव नहीं है, क्योंकि मंत्रिमंडल में शिवसेना के पास केवल 12 पद है.
Maharashtra News: महाराष्ट्र में राज्य मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने से नाराज हुए नेताओं को मनाने के लिए शिवसेना प्रयास कर रही है. शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उदय सामंत ने यह बात स्वीकार की है कि मंत्री पद नहीं दिए जाने के कारण पार्टी के कुछ विधायकों में नाराजगी हो सकती है.
महाराष्ट्र विधानसभा में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में 15 दिसंबर को भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की महायुति के 39 विधायकों को मंत्री पद शपथ दिलाई गई. पिछली महायुति सरकार के 10 मंत्रियों को इस बार मौका नहीं दिया गया, जबकि 16 नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.
बीजेपी को 19 मंत्री पद मिले, जबकि एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 11 और अजित पवार की एनसीपी को नौ मंत्री पद मिले. उदय सामंत ने कहा, "हम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में एक परिवार की तरह काम करते हैं. अगर किसी को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलती है तो नाराजगी हो सकती है. जो लोग मंत्री बने हैं उनकी जिम्मेदारी है कि वे नाराजगी दूर करें. हम इसका समाधान किए जाने के लिए कार्य कर रहे हैं."
एकनाथ शिंदे उन्हें मना लेंगे- उदय सामंत
उदय सामंत ने कहा, "चाहे वह शिवसेना नेता तानाजी सावंत हों या विजय शिवतारे, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उन्हें मना लेंगे. कुछ पार्टी नेता राज्य मंत्रिमंडल में उन्हें शामिल न किए जाने से नाराज हैं. अगर हम दो या तीन महीने में अच्छा काम नहीं करेंगे तो हमें मंत्री बनाने वाले शिंदे हमारा मंत्री पद वापस ले लेंगे. सभी को समायोजित करना संभव नहीं है, क्योंकि राज्य मंत्रिमंडल में शिवसेना के पास केवल 12 पद हैं."
उन्होंने यह भी कहा कि विभागों का आवंटन जल्द ही कर दिया जाएगा. इससे पहले शिवसेना नेता शिवतारे ने फडणवीस नीत सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में नजर अंदाज किये जाने पर निराशा व्यक्त की थी. नाराज शिवतारे ने कहा कि अगर ढाई साल बाद उन्हें मंत्री पद की पेशकश की भी जाती है तो वह इसे स्वीकार नहीं करेंगे. भंडारा से शिवसेना विधायक और मंत्री पद के अकांक्षी नरेंद्र भोंडेकर ने मंत्री पद के लिए नजर अंदाज किए जाने के बाद पार्टी के सभी पदों, पूर्वी विदर्भ के उपनेता और समन्वयक से इस्तीफा दे दिया.