Maharashtra Missing Women: राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने गंभीर आरोप लगाया कि 2022 में महाराष्ट्र से 535 महिलाएं और लड़कियां गायब हो गईं. उन्होंने यह भी आशंका जताई कि ये महिलाएं और लड़कियां मानव तस्करी के जाल में फंसी हैं. रूपाली चाकणकर ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ एजेंट इन महिलाओं और लड़कियों को नौकरी का लालच देकर खाड़ी देशों में ले जाते हैं और वहां उनके मोबाइल और दस्तावेज जमा कर देते हैं. वे ठाणे में जनसुनवाई के बाद मीडिया से बातचीत कर रही थीं.


क्या बोलीं रूपाली चाकणकर?
लोकसत्ता में छपी खबर के अनुसार, रूपाली चाकणकर ने कहा, 'पुणे की घटना के बाद मैंने पुलिस अधीक्षक और पुलिस आयुक्तालय से इस तरह की घटनाओं के बारे में पूछा. 2022 में 535 महिलाएं लापता हुई हैं. इसमें शामिल लड़कियों और महिलाओं की मानव तस्करी हो सकती है. इसकी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. पुणे में एक घटना हुई. वह परिवार मुझसे मिलने आया और इस तरह मुझे ये आंकड़े मिले."


क्या लव जिहाद से है कोई कनेक्शन?
पत्रकार ने सवाल पूछा, "क्या गायब हुई महिलाएं लव जिहाद हैं?" जवाब देते हुए रूपाली चाकणकर ने साफ इनकार कर दिया. उसने कहा, “यह लव जिहाद जैसा नहीं लगता. लॉकडाउन के दौरान परिवार में पिता या भाई की मौत के कारण आर्थिक तनाव पैदा हो गया था. इस वजह से कुछ महिलाओं और लड़कियों को बिजनेस-नौकरी के सिलसिले में घर से बाहर जाना पड़ता था.”


क्या ठगी का शिकार हो रही महिलाएं?
इस दौरान कुछ एजेंटों के जरिए नौकरी का झांसा दिया गया. रूपाली चाकणकर ने बताया, "हमें बताया गया था कि हम आपको एक अच्छी नौकरी देंगे और उस समय इन लड़कियों ने एजेंट के पास दाखिला लिया क्योंकि उन्हें नौकरी की जरूरत थी. जब एजेंट उन्हें खाड़ी देशों में ले गए, तो उन्होंने हवाई अड्डे पर ही उनके दस्तावेज, मोबाइल फोन जमा कर लिए. ये सभी महिलाएं और लड़कियां मानव तस्करी के जाल में फंस गईं.'


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