Maharashtra Vidhan Parishad Election 2024: महाराष्ट्र में शुक्रवार (12 जुलाई) को विधान परिषद की कुछ सीटों को लेकर मतदान कराया जा रहा है. इसमें बीजेपी के विधायक गणपत गायकवाड़ (Ganpat Gaikwad) वोट डालने विधान भवन पहुंच गए, जिससे विवाद हो गया है. पुलिस थाने में गोली चलाने के एक मामले में गणपत न्यायिक हिरासत में हैं. इसके बावजूद वह वोट डालने पहुंचे, जिसका कांग्रेस समेत एमवीए के दलों ने विरोध किया है.


बता दें कि गणपत ने वोट डालने के लिए आवेदन डाला था. गणपत गायकवाड़ को अब भी चुनाव आयोग का इंतजार है. केंद्रीय चुनाव आयोग के फैसले पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. चुनाव आयोग का जवाब मिलने के बाद गणपत गायकवाड़़ मतदान करेंगे. कांग्रेस ने मामले में शिकायत की थी, जो कि आगे  चुनाव आयोग को भेजी गई थी.  गणपत गायकवाड़़ मतदान केंद्र के बाहर इंतजार कर रहे हैं.


अंबादास दानवे ने कहा- हमारे साथ हुआ अन्याय


एबीपी माझा की रिपोर्ट के मुताबिक विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि यह सत्ता का दुरुपयोग है. सत्ता कहां तक ​​पहुंच जाए, न्यायपालिका पर कुछ नहीं बोल सकते. एक के साथ एक न्याय और एक के साथ अन्याय देखा जा रहा है. अनिल देशमुख पर आरोप लगे थे. अनिल देशमुख को वोट नहीं डालने दिया गया. गणपत गायकवाड़़ को अपनी ही बंदूक से गोली चलाते हुए पूरी दुनिया ने देखा है. अंबादास दानवे ने कहा कि अगर गणपत गायकवाड़़ को वोट देने की इजाजत दी गई तो यह सत्ता का दुरुपयोग है.


क्या चुनाव आयोग है पक्षपाती- दानवे


अंबादास दानवे ने कहा कि क्या चुनाव आयोग पक्षपातपूर्ण है? ये सवाल उठेगा. अंबादास दानवे ने कहा कि इससे साफ हो जाएगा कि बीजेपी के दबाव में चुनाव आयोग  काम कर रहा है. वहीं, इस पर एनसीपी-एसी के नेता और पूर्व मंत्री अनिल देशमुख ने भी हमला बोला है. गणपत गायकवाड़ को न्याय देते हैं और हमें अन्याय देते हैं. देशमुख ने कहा कि मुझे वोट देने की अनुमति नहीं दी गई. हम पूरे मामले में हमारे साथ हुए अन्याय को लेकर आवाज उठाएंगे.'






अनिल देशमुख ने भी जताई आपत्ति
अनिल देशमुख ने कहा कि मुझ पर झूठा आरोप लगाया गया और जेल में डाल दिया गया, उस समय भी जब चुनाव था तो मैंने वोट देने की इजाजत मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने मुझे इजाजत नहीं दी. निचली अदालत और हाई कोर्ट ने मुझे इजाजत नहीं दी. अब कोर्ट ने गणपत गायकवाड़ को इजाजत दे दी है. गणपत गायकवाड़ को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी. अनिल देशमुख ने कहा कि बीजेपी ने निचली अदालत के जरिए दबाव बनाकर गणपत गायकवाड़़ से इजाजत मांगी है. अनिल देशमुख ने कहा कि हम देख रहे हैं कि बीजेपी किस तरह से सत्ता का दुरुपयोग कर रही है.


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