Maharashtra MLC Elections Result: लोकसभा चुनाव 2024 में भले ही महाविकास अघाड़ी ने जोरदार प्रदर्शन कर एनडीए को चौंका दिया था, लेकिन शुक्रवार (12 जुलाई) को महाराष्ट्र विधानसभा में हुए एमएलसी चुनाव में एनडीए ने के महायुति गठबंधन ने 11 में से 9 सीटों पर जीत दर्ज की है. जबकि इंडिया गठबंधन के तीन प्रत्याशियों में से सिर्फ दो ही जीत सके हैं. इसके अलावा यह भी चर्चा है कि कांग्रेस के 7 से 8 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है.
इस बीच राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि कांग्रेस विधायक कैलास गोरंट्याल ने भी क्रॉस वोटिंग की है, लेकिन अब कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने इसे अफवाह बताया है. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर ट्वीट कर कहा कि "कांग्रेस विधायक कैलास गोरंट्याल द्वारा क्रॉस वोटिंग की खबरें आ रही हैं, लेकिन ये रिपोर्ट पूरी तरह से गलत है. गोरंट्याल पार्टी के प्रति वफादार हैं, उनके बारे में झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं."
कुछ MLA पार्टी के साथ बेईमानी कर रहे- वडेट्टीवार
उन्होंने आगे कहा कि "लोकसभा चुनाव ने दिखाया है कि महाराष्ट्र की जनता हमारे साथ है, लेकिन जनता द्वारा चुने गए कुछ विधायक पार्टी के साथ बेईमानी कर रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस ने विधान परिषद का चुनाव इसलिए लड़ा, क्योंकि हम पार्टी में बेईमान लोगों का पता लगाना चाहते थे. अब पार्टी में कूड़ा साफ हो जाएगा. कल के नतीजों के बाद हम हाउस ओपनिंग ढूंढने में सक्षम हो गए हैं. इस संबंध में पार्टी नेताओं को पूरी रिपोर्ट दे दी गई है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."
किसे कितनी सीटें मिली?
बता दें कि महाराष्ट्र एमएलसी चुनाव में 11 सीटों पर हुई वोटिंग के बाद जब मतगणना हुई तो सामने आया कि बीजेपी को पांच, शिवसेना शिंदे और एनसीपी अजित पवार गुट को 2-2 सीटों पर जीत मिली है. वहीं इंडिया ब्लॉक से शिवसेना (UBT) और कांग्रेस ने एक-एक सीट जीती है.
इसके अलावा शरद पवार के समर्थन से खड़े जयंत पाटिल चुनाव हार गए. विधान परिषद चुनाव में जीत के लिए एक कैंडिडेट को 23 विधायकों के वोट चाहिए थे. इनमें बीजेपी के 103, शिवसेना (शिंदे गुट) के 38, एनसीपी (अजित गुट) के 42, कांग्रेस के 37, शिवसेना (यूबीटी) के 15 और एनसीपी (शरद पवार) के 10 विधायक शामिल हैं.
विधान परिषद चुनाव के मद्देनजर हर पार्टी इस बात का ख्याल रख रही थी कि उसके विधायकों के विचार बंटे नहीं. अजित पवार की एनसीपी, भारतीय जनता पार्टी, शिंदे की शिव सेना और उद्धव ठाकरे की शिव सेना ने अपने विधायकों को होटल में रखने की कोशिश की. हालांकि, शरद पवार की एनसीपी और कांग्रेस ने अपने विधायकों को होटल में नहीं रखा था.