Mock Drill for COVID preparedness: मुंबई के सिविक व सरकारी अस्पतालों में कोरोना वायरस (coronavirus) की तैयारियों की जांच के लिये मॉक ड्रिल (Mock Drill) का आयोजन किया गया. सरकारी अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा कि मॉक ड्रिल के दौरान कोविड-19 वार्ड, दवा, एक्स-रे, और ऑक्सीजन सप्लाई यूनिट्स की तैयारियों की जांच की गयी. उन्होंने कहा कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य इस बात की जांच करना था कि कोरोना से निपटने के लिए हमारे मरीज कितने तैयार हैं.


वहीं सरकार द्वारा संचालित सेवन हिल्स अस्पताल के एक डॉक्टर  ने कहा कि ड्रिल के हिस्से केरूप में उन्होंने मरीजों की भर्ती से लेकर, उन्हें आईसीयू में शिफ्ट करने, अस्पतालों में वैक्सीन और बूस्टर डोज की उपलब्धता सभी की जांच की गयी. उन्होंने कहा कि इस दौरान अस्पताल की ऑक्सीजन पाइपलाइन, आईसीयू उपकरण और मैनपावर तैयारियों की भी जांच की गई. संक्रामक रोगों का इलाज करने वाले कस्तूरबा हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. चंद्रकांत पवार ने कहा कि उन्होंने इस दौरान यह जांचने की कोशिश की कि हमारे अस्पताल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए कितने तैयार हैं.


दुनियाभर में बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामले


बता दें कि चीन, जापान, ब्राजील और साउथ  कोरिया में बढ़ते कोरोना केसों के मद्देनजर  केंद्र सरकार ने  देशभर के अस्पतालों को कोरोना की तैयारियों को लेकर मॉक ड्रिल करने को कहा है. सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा था कि  सभी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एहतियाती उपायों के तहत देश भर के सभी COVID-19 अस्पतालों में आयोजित होने वाली मॉक ड्रिल में अपने स्तर पर हिस्सा लेंगे.


कोरोना को लेकर क्या है मुंबई की तैयारी


मुंबई में कोविड-19 सुविधाओं की बात करें तो सेवन हिल्स अस्पताल में 1700 बेड, कस्तूरबा अस्पताल में 35 बेड, सरकार द्वारा संचालित कामा अस्पताल में 100 बेड, सेंट जॉर्ज अस्पताल में 70 बेड, टाटा अस्पताल में 16 और जगजीवन राम अस्पताल में 12 बेड हैं. सभी अस्पतालों को मॉक ड्रिल के दौरान इकट्ठा की गई  सभी रिपोर्टों को केंद्र सरकार के कोविड-19 डेडिकेटेड पोर्टल पर अपलोड करने को कहा गया है.


वहीं कोरोना को कंट्रोल करने के लिए "स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे" की तैयारी  को लेकर बीएमसी ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें उसने बताया कि उसके पास 10 सिविक अस्पतालों, 3 सरकारी अस्पतालों और 21 प्राइवेट अस्पतालों में 2124 आइसोलेशन बेड हैं जिसमें से 1523 चालू हैं. इसके अलावा इन अस्पतालों में 1613 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड हैं जिनमें से 1021 चालू अवस्था में हैं. अस्पतालों में 579 आईसीयू बेड हैं जिनमें से 473 चालू हैं, इसके अलावा 1079 वेंटिलेटरों में से 954 चालू अवस्था में हैं. बीएमसी के मुताबिक उसके पास 3245 डॉक्टर हैं जिनमें से 3453 पैरामेडिक्स, 5784 नर्स, 2828 डॉक्टर, 3246 पैरामेडिक्स और 4029 नर्सों ने कोरोना प्रबंधन में प्रशिक्षण लिया हुआ है.


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