Maharashtra News: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के ठाणे (Thane) जिले में 1852 कुपोषित बच्चे हैं. महाराष्‍ट्र सरकार के अपने सर्वेक्षण से इस बात का पता लगाया. राज्य महिला और बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने ठाणे के शहरी और ग्रामीण इलाकों में यह सर्वेक्षण किया है. इसमें सामने आया है कि 181 बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित और 1671 बच्चे मध्यम कुपोषित हैं, जबकि मध्यम कम वजन और काफी कम वजन के 23034 बच्चे पाए गए हैं.


कुपोषण और बाल मृत्यु दर को लेकर राज्य सरकार क्या कदम उठा रही है, इसे लेकर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की शिवसेना समेत अन्य पार्टियों ने विधान परिषद सवाल उठाया था. महिला और बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने विधान परिषद में इसका लिखित जवाब दिया. मंत्री ने ठाणे जिले में शहरी और ग्रामीण परियोजनाओं के तहत माताओं और बच्चों की पोषण स्थिति जाहिर की. ठाणे जिले में एकीकृत बाल विकास सेवा योजना के तहत 16 परियोजनाएं हैं. इनमें से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आठ-आठ परियोजनाएं हैं.


अदिति तटकरे ने क्या बताया
इसके अनुसार मार्च 2023 की मासिक प्रगति रिपोर्ट के अनुसार, जिले में 266049 बच्चों का वजन किया गया था. इनमें से साधारण वजन के 243009, मध्यम और कम वजन के 20361, जबकि काफी कम वजन के 2679 बच्चे पाए गए. यानी कम वजन के बच्चों की संख्या 23034 तक पहुंच गई है. मंत्री अदिति तटकरे ने जवाब में बताया कि एकीकृत बाल विकास सेवा योजना एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसमें 50 फीसदी हिस्सेदारी केंद्र की और 50 फीसदी हिस्सेदारी राज्य सरकार की है.


उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से कुपोषण से निपटने के लिए माता और बच्चे को पोषण के लिए पर्याप्त मदद दी जा रही है. कुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम बाल विकास केंद्र शुरू किए गए हैं. इसी तर्ज पर शहरी क्षेत्रों में भी शहरी बाल विकास केंद्र शुरू किए जा रहे हैं.


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