Sunil Tatkare Statement: लोकसभा सांसद सुनील तटकरे ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार गुट द्वारा लिए गए फैसले कानूनी ढांचे के भीतर थे और इन्हें सहायक दस्तावेजों के साथ भारत के चुनाव आयोग के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा था. अजित पवार और आठ विधायकों के एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद 2 जुलाई को एनसीपी टूट गई. ईसीआई पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह को लेकर अजित पवार और शरद पवार गुटों द्वारा दायर याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है. हमारे कानूनी प्रतिनिधियों ने ईसीआई को दस्तावेजों द्वारा समर्थित एक विस्तृत प्रस्तुति दी है जिसमें कहा गया है कि हमारे द्वारा लिया गया निर्णय कानून के ढांचे के भीतर है.


क्या बोले सांसद सुनील तटकरे?
तटकरे ने संवाददाताओं से कहा, अजित पवार के नेतृत्व में हमने जो निर्णय लिया है वह सही और उचित है. रायगढ़ से सांसद तटकरे को अजित पवार गुट ने पार्टी की महाराष्ट्र इकाई का प्रमुख नियुक्त किया है. चुनाव आयोग ने 6 अक्टूबर को पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह पर अपने दावों को लेकर शरद पवार और अजित पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी के विरोधी गुटों से मुलाकात की. एनसीपी के संस्थापक शरद पवार चुनाव आयोग द्वारा बुलाई गई प्रतिद्वंद्वी गुटों की व्यक्तिगत सुनवाई में उपस्थित थे.


अजित पवार गुट को कितने विधायकों का समर्थन
अजित पवार, जिन्होंने पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर दावा करते हुए चुनाव आयोग का रुख किया था, ने कहा कि उन्हें महाराष्ट्र में 53 में से 42 विधायकों, नौ में से छह एमएलसी, नागालैंड में सभी सात विधायकों और एक-एक सदस्य का समर्थन प्राप्त है. राज्यसभा और लोकसभा. शरद पवार गुट ने कहा है कि पार्टी में कोई विभाजन नहीं है और कुछ शरारती व्यक्ति अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं के लिए संगठन से अलग हो गए हैं.


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