Sharad Pawar Vs Ajit Pawar: एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने अजित पवार गुट (Ajit Pawar Faction) और छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) पर हमला बोला है. उन्होंने शरद पवार गुट (Sharad Pawar) पर लगे आरोपों को भी खारिज कर दिया है. छगन भुजबल ने इंटरव्यू में कई राज खोले थे. सुप्रिया सुले ने कहा, 'एनसीपी प्रमुख शरद पवार को सुबह शपथ ग्रहण समारोह और 2 जुलाई 2023 को शपथ ग्रहण समारोह दोनों के बारे में जानकारी नहीं थी. ये सभी फैसले उन्हें अंधेरे में रखकर लिए गए हैं.' शरद पवार अपने सिद्धांत पर अटल हैं और रहेंगे. बीजेपी ने एनसीपी पर झूठे आरोप लगाए, बीजेपी ने ही एनसीपी को ऑफर दिया था.
सुप्रिया सुले को अध्यक्ष बनाने जा रहे थे शरद पवार?
अध्यक्ष पद के प्रस्ताव पर बात करते हुए सुले ने कहा कि शरद पवार ने उन्हें अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव दिया था. लेकिन प्रस्ताव अस्थिर था. इस प्रस्ताव के पीछे तीन अहम बातें थीं. शरद पवार कभी भी बीजेपी के साथ नहीं जाना चाहते थे. लेकिन बीजेपी के साथ जाकर सरकार बनाना सैद्धांतिक तौर पर सही नहीं था.
दी ये चेतावनी
सांसद सुले ने कहा, उन्होंने पुलिस में संविदा भर्ती का भी विरोध किया है. यह त्रिस्तरीय सरकार है. एनसीपी पुलिस में संविदा भर्ती का भी विरोध करती है. सुप्रिया सुले ने यह भी सवाल उठाया है कि अगर सरकारी नौकरियां कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर होनी हैं तो आरक्षण का क्या होगा? यह पूरा कार्यक्रम भ्रष्टाचार है. उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि यदि समय मिला तो हम सड़कों पर उतरेंगे. बता दें, कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया था कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने का विचार एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का था.