Maharashtra Corona Cases: महाराष्ट्र में कोरोना बम फिर फूट चुका है. बता दें कि पिछले 24 घंटे में 26,538 कोरोना के मामले सामने आए और 8 लोगों की मौत हुई. अकेले मुंबई में 15,166 केस मिले और 3 मरीजों की जान गई. यही नहीं मुंबई में पिछले 24 घंटे में ओमिक्रोन के भी 100 नए केस सामने आए जिसके बाद राज्यों ओमिक्रोन संक्रमितों की कुल संख्या 797 हो गई है. 


डॉक्टरों पर कहर बनकर टूटा है कोरोना


इस बीच एक चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है जिसमें महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों में 218 रेजिडेंट डॉक्टर कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. सिर्फ 4 से 5 दिनों में ही महाराष्ट्र के इतने सरकारी डॉक्टरों पर कोरोना का कहर टूटा है. इसमें भी बड़ी बात ये कि संक्रमित 218 रेजिडेंट डॉक्टरों में 199 डॉक्टर अकेले मुंबई शहर के हैं. ये डॉक्टर मुंबई के अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे रहे थे. और इसी दौरान कोरोना संक्रमण की चपेट में आए. यानी जिन डॉक्टरों पर इस वक्त महाराष्ट्र और मुंबईवासियों को कोरोना से बचाने का जिम्मा है और जो इस वक्त सबसे आगे रहकर कोरोना से देश के लिए जंग लड़ रहे हैं, खुद उन पर अब कोरोना का प्रहार हो रहा है.


महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर के अध्यक्ष डॉ. अविनाश दहिफले ने कहा, ''जो लोगों को बचा रहे हैं. वो खुद ही संक्रमित हो रहे हैं. हालांकि उनकी तबीयत ठीक है. हालत चिंता वाली नहीं है. लेकिन सरकार को वर्क फोर्स बढ़ाना चाहिए. हम पहले भी कह चुके हैं लेकिन सुनी नहीं गई. डॉक्टरों के संक्रमित होने की संख्या और बढ़ सकती है.''


मुंबई के 199 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव


मुंबई में अब तक जो 199 रेजिडेंट डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, उनमें मुंबई के सबसे बड़े जेजे सरकारी अस्पताल के 61 डॉक्टर हैं. सायन अस्पताल यानी लोकमान्य तिलक म्यूनिसिपल अस्पताल के 50 डॉक्टर, मुंबई सेंट्रल के नायर अस्पताल के 40 डॉक्टर, परेल के KEM अस्पताल के 40 डॉक्टर और जुहू स्थित कूपर अस्पताल के 8 डॉक्टर शामिल हैं. जबकि बाकी 18 डॉक्टर ठाणे, नागपुर, धुले और लातूर जिलों के सरकारी अस्पतालों के हैं. महाराष्ट्र देश के उन 25 राज्यों में सबसे ऊपर बना हुआ है. जहां कोरोना तेजी से फैल रहा है. मुंबई में केस हर दिन रिकॉर्ड बना रहे हैं. कोरोना के साथ ओमिक्रोन विस्फोट भी हो रहा है.


इस बीच टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च यानी TIFR से जुड़ी टीम के नए अनुमान ने मुंबई की चिंता और बढ़ा दी है. जिसमें कहा गया है मुंबई में 6 से 13 जनवरी के बीच कोरोना के मामले चरम पर पहुंच सकते हैं और ऐसे मामलों में कमी आने में एक महीने का वक्त लग सकता है. 


ज्यादातर लोग बिना लक्षणों वाले


हालांकि महाराष्ट्र सरकार मुंबई समेत पूरे राज्य में कोरोना के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए हर तरह की तैयारी का दावा कर रही है.  मुंबई में डिप्टी सीएम अजित पवार ने कोरोना टास्क फोर्स के साथ समीक्षा बैठक की. जिसमें राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे भी मौजूद थे. बैठक के बाद राजेश टोपे ने कहा कि 90 फीसदी लोग बिना लक्षण वाले हैं.


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