(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MVA की टेंशन बढ़ा सकता है प्रकाश आंबेडकर का ये पत्र, 'BJP के साथ नहीं जाएंगे, ये लिखकर देने से किया इनकार'
Maharashtra MVA Alliance: महाराष्ट्र में प्रकाश आंबेडकर की पार्टी से सीट बंटवारे को लेकर विपक्षी गठबंधन की चर्चा हो चुकी है. इस बीच पार्टी के पत्र ने MVA की टेंशन बढ़ा दी है.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा जारी है. इस बीच गठबंधन में शामिल प्रकाश आंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन आघाड़ी (VBA) ने बड़ा दावा किया है.
पार्टी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी और आरएसएस के साथ नहीं जाएंगे यह आश्वासन लिखित में देने से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) और शिवसेना (UBT) के नेताओं ने इनकार किया है.
क्या होगा VBA का अगला कदम?
VBA के इस बयान से महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन की टेंशन बढ़ सकती है. सवाल उठ रहे हैं कि क्या वीबीए अब गठबंधन के साथ रहेगी या नहीं.
शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड को लिखे पत्र में प्रकाश आंबेडकर ने कहा, ''सीट शेयरिंग पर एमवीए की बैठक में जब हमारे प्रतिनीधियों ने कहा कि हमें मतदाताओं को यह भरोसा दिलाना होगा कि चुनाव के बाद हम बीजेपी या आरएसएस के साथ नहीं जाएंगे, तब आपके सभी नेता खामोश बैठे रहे. उन्होंने एक तरह से इस प्रस्ताव का मौन विरोध किया.''
संजय राउत का जिक्र
पत्र में आगे कहा गया है, ''सिर्फ आपने ही कहा था कि ये बात लिखित में देने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए, लेकिन उस बैठक में मौजूद संजय राउत (उद्धव गुट के नेता) ने लिखित आश्वासन देने से साफ-साफ इनकार कर दिया.''
क्या बोली कांग्रेस?
प्रकाश आंबेडकर की पार्टी ने कहा कि पहले भी एक बार आपकी पार्टी बीजेपी के साथ समझौता कर चुकी हैं. इसलिए MVA से गठबंधन करने से पहले वंचित बहुजन आघाड़ी (VBA) यह सुनिश्चित करना चाहती है की चुनाव के बाद आपकी पार्टी (एनसीपी SP) बीजेपी के साथ नहीं जाएगी.
प्रकाश आंबेडकर की इस मांग पर कांग्रेस ने कहा कि किसी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाना सही नहीं है.
बता दें कि बीजेपी, एकनाथ शिंदे और अजित पवार गुट से मुकाबले के लिए इंडिया गठबंधन की कई बैठकें हो चुकी हैं. इन बैठकों में सीट बंटवारे का फॉर्मूला करीब-करीब तैयार कर लिया गया है. राज्य में लोकसभा की 48 सीटें हैं.
सूत्रों के मुताबिक, उद्धव ठाकरे गुट 21 सीटों पर चुनाव लड़ सकता है. वहीं कांग्रेस 15, शरद पवार की पार्टी 9, वंचित बहुजन आघाड़ी को दो और स्वाभिमान पक्ष एक सीट दी जा सकती है.