Lok Sabha Elections 2024: महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के बीच अब तक सीट बंटवारे को लेकर पूरी तरह से सहमति नहीं बन पाई है. एनसीपी (SP) के अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रदेश यूनिट के प्रमुख नाना पटोले, बालासाहेब थोरात जैसे कई नेताओं के बीच सीट शेयरिंग को लेकर अब भी मतभेद हैं. महाराष्ट्र की सांगली लोकसभा सीट, भिवंडी सीट और मुंबई की दक्षिण मुंबई लोकसभा सीटों को लेकर पार्टियों और नेताओं के बीच तकरार बरकरार है.


सांगली लोकसभा सीट से शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पैलवान चंद्रहार पाटील के नाम का ऐलान कर दिया है. वहीं, कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री विश्वजीत कदम ने कांग्रेस नेताओं को पत्र लिखकर सहयोगी दलों के दबाव में मैदान न छोड़ने की मांग की है. सांगली से कांग्रेस के विशाल पाटील मैदान में उतरने के लिए इच्छुक हैं. 


महाराष्ट्र में सीट बंटवारे को लेकर MVA में मतभेद!


दक्षिण मुंबई का भी हाल वैसा ही है. शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस के पहले ही इस सीट का ऐलान कर दिया है. पूर्व राज्यसभा सांसद अनिल देसाई प्रचार के काम में भी लग गए हैं. उस समय इस सीट पर पूर्व सांसद एकनाथ गायकवाड़ की बेटी और पूर्व मंत्री वर्षा गायकवाड़ का नाम सामने आ रहा था लेकिन यह भी उम्मीद कांग्रेस ने छोड दी है और अपना रूख अब उत्तर मुंबई लोकसभा की तरफ बदल दिया है. इस लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवार ढूंढने का काम जारी है. ऐसा कहा जा रहा है कि इस सीट पर कांग्रेस की पकड़ उतनी मजबूत नहीं है, जितनी दक्षिण मध्य मुंबई में है.


भिवंडी लोकसभा सीट को लेकर भी खींचतान


अब रही बात भिवंडी लोकसभा क्षेत्र की. यह सीट शरद पवार गुट वाली एनसीपी के हिस्से में है. इसी वजह से कांग्रेस नाराज दिख रही है. भिवंडी सीट पर कांग्रेस अपना दावा ठोक रही है, लेकिन एनसीपी (शरदचंद्र पवार) खेमा भिवंडी से बालू मामा को मैदान में उतारना चाहता है. एनसीपी (सपा) जयंत पाटिल और शरद पवार आज अंतिम फैसला लेंगे और उम्मीद है कि वे स्वतंत्र रूप से भिवंडी सीट से अपने उम्मीदवार घोषित करेंगे.


महाविकास अघाड़ी की बैठक में क्या हुआ?


सीटों को लेकर बात फाइनल न होने का असर महाविकास अघाड़ी की बैठक में भी दिखी. बैठक में रुकी हुई सीटों पर जोरदार बहस देखने को मिली. एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में सिल्वर ओक में हुई बैठक से कांग्रेस नेता गुस्से में बाहर निकल गए. कहा जा रहा है कि सीट को लेकर कांग्रेस नाराज है. कांग्रेस नेता नाना पटोले और बालासाहेब थोरात सांगली, भिवंडी और मुंबई की एक सीट पर अपना दावा छोड़ने को तैयार नहीं हैं और ऐसे में शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार गुट वाली एनसीपी अपने दावों पर अड़े हुए हैं. 


कांग्रेस नेता MVA की बैठक से क्यों बाहर गए?


बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता यह कहते हुए बैठक से बाहर चले गए कि वह दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के बाद ही अगला फैसला लेंगे. साथ ही संयुक्त प्रचार सभा में एमवीए की भागीदारी को लेकर कांग्रेस ने वेट एंड वॉच का रुख अपनाया है. अब तक, शिवसेना (यूबीटी) ने 21 सीटों पर, एनसीपी शरद पवार गुट ने 5 सीटों पर और कांग्रेस ने 13 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है.


ये भी पढ़ें:


Maharashtra Lok Sabha Election: 'अमरावती पहली बार करेगा...', नवनीत राणा ने भगवान हनुमान के चरणों में रखा नामांकन पत्र, कही ये बात