Maharashtra: महाराष्ट्र नगर पंचायत चुनावों में जालना की तीन नगर पंचायतों में एनसीपी और कांग्रेस ने लहराया जीत का परचम
महाराष्ट्र नगर पंचायत चुनावों की गिनती कल शुरू हो गई है. स्थानीय चुनावों में जालना, घनसावंगी, जफराबाद से NCP बड़ी कामयाबी हासिल हुई, जबकि कांग्रेस, बीजेपी और शिवसेना को इन सीटों पर मिलजुली सफलता मिली.
Maharashtra Nagar Panchayat Election: महाराष्ट्र के जालना जिले में पांच नगर पंचायतों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस और एनसीपी ने तीन सीटों पर जीत हासिल की, जबकि भाजपा और शिवसेना को केवल एक-एक स्थानीय निकाय में बहुमत मिला.
वहीं चुनाव अधिकारियों घनसावंगी नगर पंचायत के नतीजों को लेकर बताया कि, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने घनसावंगी नगर पंचायत की 17 सीट में से 10 सीट पर जीत हासिल की और शिवसेना केवल सात सीट ही बचा सकी. तीर्थपुरी में एनसीपी ने 11 सीट जीती, शिवसेना को तीन और भाजपा को दो सीट मिली, जबकि एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी जीत हासिल की.
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और शिवसेना नेता हिकमत उधाण के बीच इस सीट को लेकर था शक्ति परीक्षण
घनसावंगी और तीर्थपुरी विधासभा क्षेत्र घनसावंगी के तहत आते हैं, जिसका प्रतिनिधित्व स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे करते हैं. इस चुनाव को टोपे और उनके प्रतिद्वंद्वी और शिवसेना नेता हिकमत उधाण के बीच शक्ति परीक्षण के रूप में देखा जा रहा था. हिकमत ने पिछले विधानसभा चुनाव में टोपे को कड़ी चुनौती दी थी. जफराबाद में भी भाजपा को तगड़ा झटका लगा है, जहां एनसीपी और कांग्रेस को छह-छह सीट मिली. जफराबाद में भाजपा को केवल एक सीट मिली जबकि चार सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते.
मंथ नगर पंचायत में 12 सीट के साथ शिवेसना विजेता बनकर उभरी, जबकि भाजपा और कांग्रेस को केवल दो-दो सीट मिली और एनसीपी को एक सीट मिली. बदनापुर नगर पंचायत में भाजपा ने नौ सीटों पर जीत हासिल की, जबकि एनसीपी को पांच और कांग्रेस को एक सीट मिली, जबकि यहां से दो सीट पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत का परचम लहराया. वहीं AIMIM और वंचित बहुजन अघाडी, इन दोनों दलों को अपना खाता खोलने में नाकाम रहे.
इन नतीजों को लेकर राज्य मंत्री और शिवसेना के नेता अब्दुल सत्तार ने यह कहा
शिवसेना ने औरंगाबाद जिले के सोयेगांव में 17 में से 11 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि बाकी की छः सीटों पर बीजेपी ने जीत का परचम लहराया. इस जीत के बाद राज्य मंत्री और शिवसेना के नेता अब्दुल सत्तार ने कहा, ‘‘यदि तीनों दल-शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने महाविकास अघाडी के रूप में एकसाथ चुनाव लड़ा होता तो भाजपा को एक सीट नहीं मिलती. परभणी की पालम नगर पंचायत में एनसीपी ने 17 में से 10 सीट हासिल की जबकि राष्ट्रीय समाज पार्टी को चार सीट और भाजपा को एक सीट मिली.
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