मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों काफी हलचल नजर आ रही हैं. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के संस्थापक अध्यक्ष राज ठाकरे लाउडस्पीकर विवाद को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं. दरअसल लाउडस्पीकर पर अजान के विरोध में राज ठाकरे ने हनुमान चालीसा बजाने का एलान किया है. जिसके बाद उनके खिलाफ कई केस भी दर्ज हो गए हैं. बहरहाल महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच चलिए जानते हैं राज ठाकरे की राजनीति का पैटर्न कैसा रहा है और उन्होंने कब किससे करीबी बनाई है और कब किससे किनारा किया है.
राज ठाकरे कौन हैं
- राज ठाकरे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के संस्थापक अध्यक्ष है
- 9 मार्च 2006 को उन्होंने पार्टी की स्थापना की थी
- शिवसेना के पूर्व प्रमुख बाल ठाकरे के भतीजे है
- बाल ठाकरे की तरह ही दमदार और भड़काऊ भाषण के लिए जाने जाते हैं
- महाराष्ट्र की राजनीति में अपना मुकाम बनाने के लिए संघर्ष कर रहे है
राज ठाकरे का अब तक चुनावों में कैसा रहा है प्रदर्शन
साल |
चुनाव |
सीटें जीती |
2009 |
विधानसभा चुनाव |
13 |
2009 |
लोकसभा चुनाव |
0 |
2012 |
बीएमसी |
28 |
2014 |
विधानसभा चुनाव |
1 |
2014 |
लोकसभा चुनाव |
0 |
2017 |
बीएमसी |
7 |
2019 |
लोकसभा चुनाव |
नही लड़ा |
2019 |
विधानसभा चुनाव |
1 |
राज ठाकरे कब किससे दूर हुए और किसके करीब आए
- नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री रहे तब राज ठाकरे ने मोदी की जमकर तारीफ की थी.
- वह 2011 में 9 दिन के दौरे पर गुजरात का विकास देखने गए थे. हालांकि 2014 में मोदी के पीएम बनने के बाद राज ठाकरे के सुर बदल गए.
- इसके बाद राज ठाकरे ने पीएम बने मोदी पर चौतरफा हमला शुरू किया.
- बीच के साल में राज ठाकरे ने राहुल गांधी के पीएम बनने की वकालत भी की.
- 2019 के लोकसभा चुनाव में एनसीपी के शरद पवार के करीबी हो गए.
- 2019 लोकसभा में कांग्रेस-एनसीपी के लिए राज ठाकरे ने प्रचार भी किया.
- 2019 में विधानसभा चुनाव 101 सीटों पर अकेले लड़ा.
राज ठाकरे के साथ कब कौन सा विवाद जुड़ा
- फरवरी 2008 में राज ठाकरे ने एक हिंसक आंदोलन चलाया जिसमें मुंबई में काम करने वाले उत्तर भारतीयों खास तौर पर बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों को निशाना बनाया गया और उनके साथ हिंसा की गई.
- 2008 में अभिषेक बच्चन की फिल्म द्रोण के प्रोमो लॉन्चिंग का कार्यक्रम था, जिसमें जया बच्चन भी शामिल हुई थी. जया बच्चन ने कहा था, 'हम यूपी के लोग हैं. हमें हिंदी में बात करनी चाहिए - जया बच्चन के मराठी भाषा के ऊपर दिए बयान के बाद राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस ने मुंबई में कई जगह बच्चन परिवार की फिल्मों के दौरान तोड़ फोड़ की थी.
- 2008 में ही राज ठाकरे ने अमिताभ पर आरोप लगाया कि वो रहते तो महाराष्ट्र में हैं कमाते खाते भी वहीं हैं लेकिन मराठियों के लिए कुछ नहीं करते.
- मनसे कार्यकर्ताओं ने 2008 में मुंबई में अंग्रेजी साइन बोर्ड को काला करना शुरू किया। उनकी जगह पर मराठी साइन बोर्ड लगाने की बात कही गई.
- 2 अक्टूबर 2009 को राज ठाकरे की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वेक अप सिड पिक्चर का विरोध किया क्योंकि इसमें मुंबई को इसके पुराने नाम बम्बई से संबोधित किया गया था.
- 2010 में आईपीएल-3 के दौरान शिवसेना के साथ मिलकर राज ठाकरे की पार्टी ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को मुंबई में खेलने से रोक दिया था. ऑस्ट्रेलिया में भारतीय छात्रों पर हो रहे लगातार हमले के विरोध में यह फैसला लिया गया था.
- 2020 में दिया था विवादित बयान - दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज में यह मीटिंग (तबलीगी जमात) हुई. लॉकडाउन के वक्त जमात के इस जमावड़े से कोरोना से जंग को नुकसान पहुंचा.ऐसे लोगों को तो गोली मारकर खत्म कर देना चाहिए.
- 2022 में दिया ये विवादत बयान- 3 मई तक इंतजार करने' और इसके बाद लाउडस्पीकर नहीं हटाने वाली मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए कह. राज ठाकरे ने एलान किया है कि जहां लाउडस्पीकर्स लगे हुए है, वहां हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा.
ये भी पढ़ें