Maharashtra Politics: पहले विपक्षी दल में थे, अब सरकार में हैं, क्या फर्क पड़ता है? जानें- अजित पवार ने क्या दिया जवाब?
Ajit Pawar Meeting Sharad Pawar: अजित पवार का गुट पिछले कई दिनों से लगातार शरद पवार से मुलाकात कर रहा है. इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई है.
Maharashtra Political Crisis: अजित पवार समेत 9 मंत्रियों ने रविवार (16 जुलाई) को एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की. उसके बाद कल (17 जुलाई) अजित पवार के साथ बागी विधायकों ने फिर शरद पवार से मुलाकात की. इसके बाद उपमुख्यमंत्री ने मंत्रालय में विभिन्न विभागों की बैठकें की और कई मुद्दों पर चर्चा किया. इस मुलाकात के बाद डिप्टी सीएम ने मीडिया से बातचीत की और बैठक से जुड़ी जानकारी शेयर की है.
क्या बोले अजित पवार?
अजित पवार ने कहा, ''उद्योग, चिकित्सा शिक्षा और अन्य विभागों की बैठकें हुईं. मेरे काम करने का तरीका अलग है. यदि यह काम करता है, तो इसे करें. अगर ऐसा नहीं हुआ तो ऐसा नहीं होगा. लेकिन, आज हमने सात-आठ विधायकों का काम निपटाने की कोशिश की.'' पहले वह विपक्षी दल में थे, अब सरकार में हैं. क्या फर्क पड़ता है? सवाल पूछे जाने पर अजित पवार ने कहा, ''मुझे कोई फर्क महसूस नहीं होता. मैं तब भी काम कर रहा था जब मैं विपक्षी पार्टी में था. वह पहले भी सत्ताधारी पार्टी में काम कर चुके हैं. जनता और जन प्रतिनिधियों की समस्याओं का समाधान कर प्रदेश का विकास करना हमारा कर्तव्य है. इसलिए सरकार में एक तत्व के रूप में काम कर रहे हैं.”
क्या बोले प्रफुल्ल पटेल?
इस बीच सांसद प्रफुल्ल पटेल ने शरद पवार से मुलाकात के बाद टिप्पणी की है. प्रफुल्ल पटेल ने कहा, “अजित पवार और एनसीपी विधायक शरद पवार उनका आशीर्वाद लेने के लिए यशवंतराव चव्हाण केंद्र आए थे. विधायक रविवार को क्षेत्र में थे. सत्र शुरू होने के कारण विधायक मुंबई में हैं. हमें जानकारी मिली तो पता चला कि शरद पवार यशवंतराव चव्हाण केंद्र आएंगे. इसीलिए हम यहां आये हैं.” उन्होंने कहा, ''शरद पवार से मिलकर हमने आशीर्वाद लिया. रविवार की तरह आज भी पार्टी ने एकजुट रहने का अनुरोध किया. शरद पवार ने हमारी बातें शांति से सुनीं. प्रफुल्ल पटेल ने कहा, मैं यह नहीं बता सकता कि उनके मन में क्या है.