Sharad Pawar: बगावत के बाद अजित पवार ने सीधे तौर पर एनसीपी और सिंबल पर दावा किया है. वहीं अजित पवार द्वारा एनसीपी और उसके चुनाव चिह्न पर दावा जताने के बाद शरद पवार गुट आक्रामक नजर आ रहा है. एक तरफ जहां अजित पवार गुट के विधायकों की अयोग्यता को लेकर विधानसभा अध्यक्ष की ओर से कार्रवाई की जा रही है, वहीं अब विधान परिषद विधायकों की अयोग्यता पर कार्रवाई के लिए अर्जी दाखिल की गई है.


विधायकों के खिलाफ भी अयोग्यता याचिका दायर की गई
शरद पवार के गुट ने अयोग्य विधायकों पर कार्रवाई की है. पिछले हफ्ते ही शरद पवार के गुट ने चुनाव आयोग में जवाब दाखिल किया था और अजित पवार के गुट की ओर से किए गए सभी दावों को खारिज कर दिया गया है. इतना ही नहीं, मंत्रियों के अलावा अजित पवार के साथ आए विधायकों के खिलाफ भी अयोग्यता याचिका दायर की गई है. नौ मंत्रियों के अलावा 31 विधायकों के खिलाफ भी अयोग्यता याचिका दायर की गई है और उनमें से चार विधान परिषद विधायक हैं.


शिवसेना के बाद अब एनसीपी में पार्टी के सिंबल को लेकर लड़ाई शुरू होने जा रही है. चुनाव आयोग ने अभी तक पार्टी में फूट को मामला दर्ज नहीं किया है. 2 जुलाई को अजित पवार की बगावत के दो महीने बाद शरद पवार गुट ने चुनाव आयोग को जवाब दाखिल किया है. अजित पवार गुट भी आज जवाब दाखिल करना चाहता है. हालांकि, इस संबंध में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है. 


शरद पवार ने  क्या कहा?
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि जो लोग छोड़कर चले गए हैं उनके लिए एनसीपी गुट के दरवाजे बंद हो गए हैं. शरद पवार ने अजित पवार के साथ सत्ता में आए विधायकों और पदाधिकारियों के बारे में बात करते हुए यह बयान दिया है. शरद पवार ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है.


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