Maharashtra Politics: अजित पवार की एंट्री से बीजेपी में खुशी तो शिवसेना में टेंशन क्यों? सीएम शिंदे ने कही ये बड़ी बात
Maharashtra NCP Political Crisis: महाराष्ट्र में इस वक्त चाचा Vs भतीजे की लड़ाई की चर्चा है. अजित पवार के बगावत के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति ही बदल गई है.
NCP Political Crisis: एनसीपी के नेता अजित पवार के महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में शामिल होने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को शिवसेना के जनप्रतिनिधियों की चिंताओं को दूर करने की कोशिश की और कहा कि परेशान होने की कोई बात नहीं है. शिवसेना के नेताओं ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि शिंदे ने शिवसेना विधायकों, एमएलसी और सांसदों की बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने बताया कि शिंदे को दो जुलाई को अजित पवार के सरकार में शामिल होने और आठ अन्य एनसीपी नेताओं के साथ उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के घटनाक्रम की उन्हें जानकारी थी.
शिवसेना के कई नेता हैं नाराज
अजित पवार के अगुवाई वाले एनसीपी के गुट के एक साल पुरानी शिंदे-बीजेपी की सरकार में शामिल होने को लेकर शिवसेना के जनप्रतिनिधियों के एक वर्ग ने कुछ चिंताएं व्यक्त की हैं. शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर ने दिन में कहा था कि महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में अजित पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी समूह के शामिल होने से मंत्री पद की चाह रखने वाले बीजेपी और शिवसेना के नेताओं की संभावनाएं धूमिल हो गई हैं और उनमें से कुछ नाराज हैं तथा मुख्यमंत्री शिंदे इस भावना से अवगत हैं.
बैठक में क्या हुई चर्चा?
बदले हुए राजनीतिक समीकरण के बीच, बुधवार रात को शिवसेना विधायकों और सांसदों ने दक्षिण मुंबई में शिंदे के आधिकारिक आवास 'वर्षा' में एक बैठक में शिरकत की. पार्टी के एक सांसद ने कहा, “ बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई, जैसे संसद के साथ-साथ राज्य विधानमंडल का मानसून सत्र और पार्टी के संगठन को मजबूत करना.” पार्टी के एक अन्य सांसद ने कहा कि शिंदे से पूछा गया था कि क्या उन्हें एनसीपी में अचानक हुए घटनाक्रम के बारे में पता था, जिस पर उन्होंने हां में जवाब दिया.
सांसद ने कहा कि राजनीतिक घटनाक्रम बहुत तेज गति से हुआ, जिसके कारण शिवसेना के जनप्रतिनिधियों को उस बारे में पहले से सूचित नहीं किया जा सका. सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि अजित पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी समूह के सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल होने से पार्टी जनप्रतिनिधियों को ही मदद मिलेगी. शिवसेना के एक एमएलसी ने बताया, “ उन्होंने (मुख्यमंत्री ने) कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि बीजेपी और शिवसेना एक साल से सरकार में हैं और एनसीपी (अजित पवार के नेतृत्व वाला गुट) के सरकार में शामिल होने से इसके कामकाज पर कोई असर नहीं पड़ेगा. ”
शिवसेना प्रवक्ता और विधायक संजय शिरसाट ने मंगलवार को संकेत दिया था कि नवीनतम राजनीतिक घटनाक्रम के बाद पार्टी के एक वर्ग में कुछ बेचैनी है. अजित पवार खेमे से नौ मंत्रियों के शामिल होने के बाद, शिंदे-फडणवीस कैबिनेट में कुल 29 मंत्री हो गए हैं, जबकि 14 पद अब भी खाली हैं.