NCP Political Crisis: अजित पवार की बगावत के चलते एनसीपी पार्टी में दो फाड़ हो गई है. पार्टी में दो गुट हैं. पार्टी विभाजन के बाद पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने 8 जुलाई को पहली बार सार्वजनिक बैठक की. पवार ने नासिक के येवला में सभा को संबोधित किया. इस बैठक में बोलते हुए शरद पवार ने अपनी ही पार्टी के लोगों द्वारा की जा रही आलोचना का जवाब दिया. अजित पवार ने अपने रिटायरमेंट और उम्र वाले बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का भी जवाब दिया.
क्या बोले शरद पवार?
भाषण की शुरुआत में शरद पवार ने कहा, मैं आज यहां क्यों आया हूं? मैं यहां किसी की प्रशंसा करने नहीं आया हूं और न ही किसी की आलोचना करने आया हूं. मैं यहां माफी मांगने आया हूं.' मैं मतदाताओं से माफी मांगने आया हूं. क्षमा करें क्योंकि मेरा अनुमान गलत था. मेरा अनुमान बहुत गलत नहीं है. लेकिन यहां मेरा अनुमान गलत था. मेरे फैसले से आपको भी तकलीफ हुई होगी. इसलिए आपसे माफी मांगना मेरा कर्तव्य है.
शरद पवार ने क्यों मांफी माफी?
शरद पवार ने कहा, मुझे माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि आज या कल मुझे लोगों का सामना करना पड़ेगा. कभी-कभी लोगों के सामने जाने का समय आ जाएगा. वह समय आज आएगा, कल आएगा, परसों आएगा, एक महीने या एक साल में आएगा, लेकिन वह समय आएगा, इसलिए मैं क्षमा चाहता हूं. मैं दोबारा ऐसी गलती नहीं करूंगा, सही परिणाम दूंगा.' इसलिए, मैं निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के समर्थन के बिना नहीं रहूंगा.
भावुक हुए एनसीपी अध्यक्ष
शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खेद व्यक्त किया कि वह पार्टी के विभाजन की भविष्यवाणी नहीं कर सके. बताया जा रहा है कि भुजबल को येवला से नामांकित और निर्वाचित किये जाने की बात कहते हुए पवार ने माफी मांगते हुए कहा कि उन्हीं भुजबल ने पार्टी से बगावत कर मतदाताओं को परेशान किया है.