NCP Political Crisis: महाराष्ट्र में चल रही सियासी हलचल के बीच महाराष्ट्र के पूर्व CM और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण (Prithviraj Chavan) का बयान सामने आया है. चव्हाण ने कहा, यह मामला NCP का अंदरूनी मामला है लेकिन राज्य की महा विकास अघाड़ी पर इसका असर पड़ेगा. यह रणनीति दिल्ली में तय हुई थी कि अजित पवार को साथ लेना है, हमारी जानकारी है कि 1-2 महीने के अंदर एकनाथ शिंदे के खिलाफ कार्रवाई चल रही है उसमें ये निलंबित होंगे.


क्या बोले पृथ्वीराज चव्हाण?
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, दल-बदल कानून का उल्लंघन हुआ जिसमें बचने की उम्मीद नहीं है और यह 16 विधायक चले जाएंगे तो नए मुख्यमंत्री की आवश्यकता होगी. ऐसी स्थिति में बीजेपी के अंदर अजित पवार पर विश्वास किया गया है. महाराष्ट्र में बेहद अनिश्चिचतता की स्थिति बनी हुई है. आंकड़ा बहुत ज़्यादा है लेकिन कुर्सी के लिए हो रही खींचतान और नाराजगी से कोई भी गुट खुश नहीं है. 


महाराष्ट्र ने अजित पवार की बगावत
एनसीपी शरद पवार से अजित पवार की बगावत अब अगले दौर में पहुंच गई है. अजित पवार की बुलाई बैठक में 31 विधायक और 4 एमएलसी पहुंचे. बैठक को शुरू करते हुए अजित पवार ने माना था कि उन्होंने जितने विधायकों को साथ बैठक में होने का दावा किया था उतने इस बैठक में नहीं पहुंचे. उन्होंने कहा कि कई विधायक आज यहां नहीं हैं. कुछ अस्पताल गए हैं. कुछ पहुंच नहीं सके हैं. कुछ विधायक वाई बी चव्हाण सेंटर में हैं. लेकिन सभी मेरे संपर्क में है.


किसके पास कितने विधायकों का पावर
वाई.बी. चव्हाण सेंटर में हो रही शरद पवार गुट की मीटिंग में 13 विधायक और चार सांसद पहुंचे. एनसीपी के कुल 53 विधायक हैं. ऐसे में 9 विधायक अब तक किसी गुट में शामिल नहीं हुए है. NCP पार्टी में अभी 9 विधायक ऐसे हैं जिन्होंने अजित या शरद किसी का साथ नहीं थामा है.


अजित पवार को चुना गया NCP का अध्यक्ष
अजित पवार गुट ने चुनाव आयोग के सामने ये दावा किया है कि शरद पवार की जगह अजित पवार को NCP का अध्यक्ष बनाया गया है. बताया गया है कि कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने 30 जून को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई थी. इसमें ये प्रस्ताव पास किया गया है कि पार्टी लोगों के कल्याण के उद्देश्य से दूर जा रही है, ऐसे में शरद पवार की जगह अजित पवार को अध्यक्ष चुना जाता है.


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