Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में NCP से बगावत के बाद आसान नहीं अजित पवार की राह, सामने है ये चुनौतियां
Maharashtra NCP Political Crisis: महाराष्ट्र की सियासत में अजित पवार की बगावत के बाद उठापटक जारी है. आज शरद पवार और अजित पवार ने अलग-अलग बैठकें बुलाई है.
NCP Political Crisis: महाराष्ट्र की सियासत में अजित पवार की बगावत के बाद उनकी राह आसान नहीं होगी. उनके सामने अभी कई चुनौतियां हैं. एनसीपी चीफ शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने रविवार को महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में शामिल होकर एनसीपी (NCP) से बंटवारा कर लिया. जिसके कारण 24 साल पहले शरद पवार द्वारा बनाई गई पार्टी संकट में पड़ गई है. इस बीच शरद पवार ने एक्शन लेते हुए सोमवार को शरद पवार ने सांसद प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को पार्टी से बाहर कर दिया है.
अजित पवार के सामने कई चुनौतियां
अजित पवार समेत 9 मंत्रियों को शपथ लिए दो दिन हो गए हैं. लेकिन अभी तक विभागों का बंटवारा नहीं हुआ है. ये भी कहा जा रहा है कि अजित पवार को वित्त मंत्रालय भी चाहिए. पर वित्त मंत्रालय तो अभी देवेंद्र फडणवीस के पास है. ऐसे में ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या अब फडणवीस वित्त मंत्रालय का भी त्याग करेंगे?
TNN की एक रिपोर्ट के अनुसार, आज इसी विषय पर अजित पवार ने संकेत दिए है की मंत्रालय तुरंत अलॉट होने में कुछ समय लग सकता है. क्योंकि CM शिंदे और डिप्टी CM फडणवीस राष्ट्रपति के कार्यक्रम के लिए नागपुर गए हैं और ये भी बताया जा रहा है कि अजित पवार बीजेपी में तो आ गए पर बीजेपी अब भी अजित पवार के मामले में सतर्क है.
सुप्रिया सुले ने दोनों के खिलाफ लिखी चिट्ठी
शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने दोनों के खिलाफ एक्शन लेने के लिए चिट्ठी लिखी थी. इस ऐलान के तुरंत बाद ही अजित पवार ने भी एक नई टीम बना ली. उन्होंने सांसद सुनील तटकरे को महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष बना दिया.
पावर शेयरिंग को लेकर विधायकों के बीच हुई बातचीत
शरद पवार से बगावत करने वाले NCP विधायकों से मिलकर अजित पवार, देवेंद्र फडणवीस के घर पहुंचे और ये भी बताया जा रहा है कि अजित पवार के घर पर पवार शेयरिंग को लेकर विधायकों के बीच बातचीत हुई. इसके बाद अजित पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और नई टीम का ऐलान किया. अजित पवार ने सुनील तटकरे को महाराष्ट्र एनसीपी का अध्यक्ष बनाया है.