Maharashtra Politics Crisis: अजित पवार ने एक बार फिर एनसीपी में बड़ी फूट डालकर महाराष्ट्र में सियासी भूचाल ला दिया है. अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. साथ ही छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल जैसे वरिष्ठ नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली. इस पर अब कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया आई है. महाराष्ट्र कांग्रेस महासचिव सचिन सावंत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये तो होना ही था.


क्या बोले कांग्रेस नेता सचिन सावंत?
सचिन सावंत ने कहा, 'ये तो होना ही था! अब अगर चुनाव हुए तो साफ है कि MVA को कर्नाटक की तरह बहुमत मिलेगा. बीजेपी के पास पार्टी तोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. ये है अमेरिका में 14 बार लोकतंत्र कहने वाले मोदी का असली चेहरा!' सचिन सावंत ने कहा, "जिन्हें हाल ही में भ्रष्ट कहा गया था वे अब उनके पास बैठेंगे. लेकिन आप कुछ भी करें, इस साल बीजेपी को नुकसान होगा.'' 






क्या है पूरा मामला?
चर्चा थी कि अजित पवार  पिछले कुछ दिनों से पार्टी में नाखुश थे. आज सुबह से अजित पवार के देवगिरी बंगले पर अजित पवार समर्थक विधायकों की बैठक चल रही थी . इस मुलाकात के बाद अजित पवार राजभवन में दाखिल हुए और शिंदे-फडणवीस सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. बावनकुले ने दावा किया है कि उनके पास 40 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है. दिलचस्प बात यह है कि शिंदे-फडणवीस सरकार में अजित पवार के साथ-साथ छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल जैसे दिग्गज एनसीपी नेता भी शामिल रहे हैं.


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