Maharashtra Politics Crisis: अजित पवार (Ajit Pawar) ने एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की सरकार में शामिल होने के बाद कहा कि वह महाराष्ट्र के विकास के लिए साथ आए हैं. पवार ने कहा कि 'मैं विकास के लिए काम करूंगा. सरकार में और भी मंत्री शामिल होंगे. जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. एनसीपी के चुनाव चिह्न पर ही चुनाव लड़ेंगे.'  यानि अजित पवार अब पार्टी पर अपना दावा ठोकेंगे. ऐसा लग रहा है कि एक साल पहले जिस तरह से उद्धव ठाकरे  (Uddhav Thackeray) की शिवसेना में टूट हुई थी उसी पैटर्न पर अजित पवार आगे बढ़ेंगे. 


बता दें कि उद्धव ठाकरे की पार्टी में हुई बगावत के बाद चुनाव आयोग ने असली शिवसेना एकनाथ शिंदे को सौंपी थी. वहीं उद्धव ठाकरे को शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे) का नाम दिया था. अब अजित पवार भी दावा ठोंकने की बात कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक न सिर्फ अजित पवार के पास 35 विधायकों का समर्थन है बल्कि छह विधान पार्षद और तीन सांसद भी उनके साथ हैं. महाराष्ट्र में एनसीपी के कुल 54 विधायक हैं, वहीं लोकसभा में पार्टी के पांच सांसद हैं. अजित पवार के खेमे में छगन भुजबल से लेकर प्रफुल्ल पटेल तक शामिल हैं जिन्हें शरद पवार ने कुछ राज्यों का कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया था. 



अजित पवार के दावे पर यह बोले शरद पवार
शपथ ग्रहण के बाद पत्रकारों से बातचीत में अजित पवार ने दावा किया, 'पार्टी के नाते हमने ये फैसला लिया है. पूरे विधायक हमारे साथ हैं, पार्टी के सांसद हमारे साथ हैं. पार्टी के कार्यकर्ता हमारे साथ हैं. कुछ विधायकों से इस वक़्त संपर्क नहीं हो पा रहा क्योंकि वे देश से बाहर हैं लेकिन मैंने उन सभी से बात की है और वे हमारे फैसले से सहमत हैं.' पवार ने यह भी कहा कि कई लोग हमारी आलोचना करेंगे लेकिन हम उसे महत्व नहीं देते. अजित पवार चाहे जो भी दावा कर रहे हों लेकिन शरद पवार ने मीडिया से बातचीत में यह  साफ कर दिया है कि आज जो कुछ भी हुआ, उन्हें उसकी कोई चिंता नहीं है. शरद पवार ने कहा, 'सोमवार को मैं वाई.बी. चव्हाण (महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री) का आशीर्वाद लूंगा और एक सार्वजनिक बैठक करूंगा.'


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