Maharashtra Politics Crisis: अजित पवार (Ajit Pawar) के सरकार में शामिल होने के बाद सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने उनका स्वागत किया है. महाराष्ट्र की राजनीति में सप्ताहांत अचनाक हुए इस घटनाक्रम के बाद कई सवाल सामने आ गए हैं जो शरद पवार से लेकर अजित पवार से पूछे जाने लगे हैं कि आखिर इस फैसले की क्या वजह है? वहीं, मीडिया ने रविवार को सीएम शिंदे के सामने भी एक सवाल रखा. वह यह कि क्या इस सरकार को शरद पवार का आशीर्वाद प्राप्त है. 


पत्रकारों के सवाल पर एकनाथ शिंदे ने कहा, 'अभी अजित पवार अपने लोग लेकर आ गए हैं, अब वो (अजित पवार) साथ में हैं. बाकी सवाल उनसे पूछना चाहिए.' सीट शेयर करने के मसले पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'कैबिनेट में सीट शेयर करने के मुद्दे पर चर्चा के लिए अभी बहुत समय है. हम महाराष्ट्र का विकास करने के लिए आगे आए हैं. विपक्ष को लोकसभा में 4-5 सीटें मिली हैं, इस बार वह एक भी सीट नहीं जीत पाएंगे.' सीएम शिंदे ने कहा, 'अब हमारे पास एक सीएम और दो डिप्टी सीएम हैं. डबल इंजन अब ट्रिपल इंजन बन गई है. महाराष्ट्र के विकास के लिए मैं अजित पवार और उनके नेताओं का स्वागत करता हूं. अजित पवार का अनुभव महाराष्ट्र को मजबूत करने में मदद करेगा.'


इन नेताओं को मिली कैबिनेट में जगह
अजित पवार ने अपने गुट के विधायकों के साथ बैठक के बाद राजभवन में जाकर डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. उनके अलावा एनसीपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष छगन भुजबल, दिलीप वलसे, हसन मुश्रीफ, अनिल पाटिल, अदिती तटकरे, धनंजय मुंडे, धर्मराव आत्राम, संजय बनसोडे ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. बताया जा रहा है कि बीते दिनों पटना में विपक्ष की बैठक में शरद पवार के शामिल होने पर ये नेता नाराज थे. उनका मानना था कि इस बैठक में शामिल होने को लेकर शरद पवार ने एकतरफा फैसला लिया था


ये भी पढ़ें- Maharashtra NCP Crisis: कभी बेचा करते थे सब्जी, फिर 800 करोड़ के घोटाले में फंसे, जानें कौन हैं अजित पवार के साथ बागी होने वाले छगन भुजबल