NCP Political Crisis: एनसीपी में फूट के बाद महाराष्ट्र में सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. अजित पवार के NDA में शामिल होने के बाद एनसीपी में फूट पड़ गई है. इसके बाद भी MVA में झटकों का दौर खत्म नहीं हो रहा है. महाविकास अघाड़ी में अब नेता विपक्ष को लेकर 'लड़ाई' शुरू हो गई है. एनसीपी के कई विधायक अजित पवार के साथ चले जाने से एनसीपी में विधायकों की संख्या कम हो गई है. अब MVA में किसके पास संख्या अधिक है इसे लेकर कांग्रेस की तरफ से बड़ा बयान सामने आया है. इस पद पर अब कांग्रेस ने अपना दावा पेश किया है.  


क्या है दावे का आधार?
कांग्रेस की तरफ से ये दावा संख्या बल के आधार पर किया जा रहा है. महाविकास अघाड़ी में जो दल बचे हैं उसमें से सबसे ज्यादा संख्या अगर किसी दल के पास है तो वो कांग्रेस के पास है. इस मामले में कांग्रेस की तरफ से बालासाहेब थोराट का बयान सामने आया है. थोराट का कहना है, नेता विपक्ष कांग्रेस की तरफ से ही होगा. इस सिलसिले में कांग्रेस की एक बैठक भी होने वाली है. बालासाहेब थोराट का कहना है, 'जिसके पास संख्या ज्यादा है उसकी तरफ से ही नेता विपक्ष बनाया जाएगा.'


क्या बोले कांग्रेस नेता?
बालासाहेब थोराट ने कहा कि इस तरह से विपक्षी दल के नेता की घोषणा नहीं की जा सकती. अंतत: विधानसभा में जिनकी संख्या अधिक है उसकी तरफ से ही नेता विपक्ष बनाये जायेंगे. थोराट ने कहा, महाविकास अघाड़ी में इस पर चर्चा होगी. कांग्रेस सदस्यों और वरिष्ठ नेताओं के साथ राज्य की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की जाएगी. उन्होंने यह विश्वास जताया है कि एनसीपी में फूट का असर महाविकास अघाड़ी पर नहीं पड़ेगा, बल्कि इसके उलट महाविकास अघाड़ी मजबूत होगी.


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