NCP Political Crisis: अजित पवार के एनसीपी विधायकों को तोड़कर एनडीए में शामिल होने की बात अब महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष और चुनाव आयोग तक पहुंच गयी है. महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने अजित पवार के साथ ही 8 अन्य मंत्रियों की अयोग्यता की भी मांग की है. उन्होंने इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को पत्र लिखा है. इस बारे में चुनाव आयोग को भी एक ईमेल भेजा गया है. उन्होंने इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को पत्र लिखा है. इस बारे में चुनाव आयोग को भी एक ईमेल भेजा गया है.
आखिर कहां पड़ा बगावत का बीज?
शरद पवार ने बेटी सुप्रिया सुले और वरिष्ठ नेता प्रफुल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था. ये भी बता दें, एनसीपी में दूसरे नंबर के नेता कहे जाने अजित पवार के लिए कोई भूमिका तय नहीं थी. दूसरी तरफ एनसीपी के 25वें स्थापना दिवस पर अजित ने संकेत दिए थे की वे नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ना चाहते हैं. उस समय अजित पवार ने इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी. उनके करीबी जयंत पाटिल इस पद को संभाल रहे थे. गौरतलब है कि, कई दिनों से ये अनुमान लगाया जा रहा था कि अजित पवार एनसीपी को छोड़कर बीजेपी के साथ चले जाएंगे.
क्या शरद पवार को थी भनक?
सुप्रिया सुले को एनसीपी का कार्यकारी अध्यक्ष बने अभी एक महीना भी नहीं हुआ था और पार्टी को सबसे बड़ी बगावत देखनी पड़ गयी. अजित पवार ने चाचा से बगावत कर शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम की शपथ ले ली. सवाल उठ रहे हैं कि शरद पवार जैसे बड़े सियासी दिग्गज को अपनी ही पार्टी में बगावत की भनक कैसे नहीं लगी. बता दें, कल अजित पवार ने NDA में शामिल होकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है.