NCP Political Crisis: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नाम और चुनाव चिह्न की लड़ाई में शरद पवार गुट सोमवार को निर्वाचन आयोग के समक्ष अपनी दलीलें पूरी कर सकता है. इसके बाद अजित पवार के नेतृत्व वाला समूह आयोग के सामने अपना पक्ष रखेगा. शरद पवार खेमे ने बुधवार की सुनवाई के दौरान और इससे पहले भी निर्वाचन आयोग के समक्ष एनसीपी में विवाद के आधार पर ही सवाल उठाया था. शरद पवार गुट ने दलीलों के दौरान कहा कि जो लोग 2018 में पार्टी में संगठनात्मक चुनाव कराने का हिस्सा थे, वे 2023 में यह दावा नहीं कर सकते कि वे चुनाव त्रुटिपूर्ण थे.


शरद पवार गुट की दलील
शरद पवार गुट द्वारा सोमवार को निर्वाचन आयोग के समक्ष अपनी दलीलें पूरी करने की संभावना है. इसके बाद फिर, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार का खेमा आयोग के समक्ष अपना प्रत्युत्तर (शरद पवार खेमे की दलीलों का जवाब) पेश करेगा. अजित पवार ने जुलाई की शुरुआत में महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के लिए अपने चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत करने से दो दिन पहले 30 जून को पार्टी के नाम के साथ-साथ चुनाव चिह्न पर दावा करते हुए निर्वाचन आयोग से संपर्क किया था और बाद में 40 विधायकों के समर्थन से खुद को पार्टी अध्यक्ष घोषित कर दिया था.


निर्वाचन आयोग में एनसीपी पार्टी और सिंबल पर सुनवाई
ऐसे मामलों में, निर्वाचन आयोग एक अर्ध-न्यायिक निकाय के रूप में काम करता है और मामले की सुनवाई मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों द्वारा की जाती है. अजित पवार गुट और शरद पवार गुट में एनसीपी पार्टी और सिंबल को लेकर चुनाव आयोग सुनवाई कर रहा है. अब ऐसे में एनसीपी का बॉस कौन होगा ये तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा.


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