NCP Political Crisis: एनसीपी पार्टी में विभाजन के बाद, शरद पवार (Sharad Pawar) ने पार्टी के उपाध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल (Praful Patel) और सांसद सुनील तटकरे (Sunil Tatkare) को "विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए" पार्टी से हटा दिया है. पवार ने कहा कि एनसीपी इन सांसदों की औपचारिक अयोग्यता के लिए उचित कार्यवाही भी शुरू करेगी. ANI के अनुसार, यह कार्रवाई पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले द्वारा भाजपा-शिवसेना महाराष्ट्र सरकार में नौ विधायकों को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाने में मदद करने के लिए दोनों नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश करने के कुछ घंटों बाद आई.


शरद पवार ने इन दो नेताओं को पार्टी से निकाला 
विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे अजित पवार ने रविवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. आठ अन्य विधायक सरकार में शामिल हुए. पवार ने कहा, "पार्टी के निर्देश और जनादेश का उल्लंघन करके अजित पवार और मंत्री पद की शपथ लेने वाले आठ अन्य विधायकों का समर्थन करने की आपकी हरकतें प्रथम दृष्टया पार्टी विरोधी गतिविधियों के समान हैं और यह माना जाएगा कि आपने स्वेच्छा से एनसीपी की सदस्यता छोड़ दी है."


क्या बोले शरद पवार?
इसमें कहा गया, "एनसीपी की स्वेच्छा से सदस्यता छोड़ने के आपके कार्यों को देखते हुए मैं औपचारिक रूप से पार्टी के सदस्यता रजिस्टर से आपका नाम हटा देता हूं." आगे कहा गया कि, सांसदों की कार्रवाई, "पार्टी अध्यक्ष की जानकारी या सहमति के बिना, गुप्त तरीके से, पार्टी छोड़ने के समान है, जो बदले में प्राथमिक सदस्यता से अयोग्यता को आमंत्रित करती है." राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल, पवार के करीबी सहयोगी रहे हैं और पिछले महीने एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष थे. वह पवार के साथ कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में मंत्री थे.


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