Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में शिवसेना में दो फाड़ होने के बाद एनसीपी भी अब दो गुट में बंट गई है. एक धड़ा शरद पवार का है और दूसरा अजित पवार का है. अजित पवार के एनसीपी में बगावत करने के बाद शरद को बड़ा झटका लगा और कई विधायक उनका साथ छोड़कर उनके भतीजे अजित गुट के साथ चले गए. इसके बाद महाराष्ट्र में जबरदस्त सियासी भूचाल आया और एनसीपी को हिलाकर रख दिया. अब अजित पवार के पार्टी तोड़कर अलग को महाराष्ट्र की जनता किस नजर से देखती है इसी को लेकर टाइम्स नाउ नवभारत ने एक सर्वे कराया है. इस सर्वे में ये पूछा गया है कि, 'अजित पवार के पार्टी तोड़ने पर क्या कहेंगे? जानिए लोगों ने क्या जवाब दिए. 


सर्वे में लोगों ने चौंकाया
इस सर्वे में 43 फीसदी लोगों का मानना है कि, 'साइड लाइन थे... अच्छा किया'. इसके बाद अजित पवार के पार्टी तोड़ने पर 45 फीसदी लोगों ने कहा 'अच्छा नहीं किया'. वहीं 12 फीसदी ऐसे लोग थे जिन्होंने इस सर्वे में अपनी कोई राय नहीं दी है और कहा है, 'कह नहीं सकते'. इस में ज्यातदार लोगों का ये मानना है कि अजित पवार ने पार्टी तोड़कर अच्छा किया.


दोनों गुटों के अपने-अपने दावे
एनसीपी में बगावत के बाद दोनों गुटों ने अपने-अपने किए कि उन्हें सबसे अधिक विधायकों का समर्थन प्राप्त है. इस दावे के बाद दोनों गुटों ने शक्ति प्रदर्शन कर अधिक संख्या बल होने का भी दावा किया. लेकिन अभी तक ये तस्वीर पूरी तरह से साफ नहीं हुई है कि किस गुट को कितने विधायकों का समर्थन प्राप्त है. एनसीपी में बगावत के बाद अजित पवार ने खुद को एनसीपी का अध्यक्ष भी घोषित कर दिया था जिसका जवाब खुद अजित पवार ने ये कहकर दिया था कि एनसीपी का अध्यक्ष मैं हूं'


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