Maharashtra NCP Political Crisis: एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल (Praful Patel) ने दावा किया कि पार्टी के 53 में से 51 विधायकों ने पिछले साल महाराष्ट्र (Maharashtra) में महा विकास आघाडी (Mahavikas Aghadi) सरकार गिरने के बाद पार्टी अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) से बीजेपी (BJP) से हाथ मिलाने की संभावना तलाशने के लिए कहा था. एनसीपी (NCP) से बगावत कर सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP)-शिवसेना गठबंधन में शामिल हुए अजित पवार का साथ देने वाले पटेल ने मराठी समाचार चैनल ‘जी 24 तास’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि अगर एनसीपी (NCP), शिवसेना के साथ सरकार बना सकती है तो बीजेपी  के साथ क्यों नहीं.


प्रफुल्ल पटेल ने क्या कहा?
पटेल ने कहा कि पिछले साल बीजेपी (BJP) गठबंधन में शामिल होने को लेकर एनसीपी में चर्चा हुई थी. उन्होंने बताया कि विधायकों ने इस पर चर्चा की थी. फैसला एक पार्टी के तौर पर लिया गया है न कि मेरे या अजित पवार के द्वारा लिया गया है. उन्होंने यह भी दावा किया कि जयंत पाटिल उन 51 विधायकों में से एक थे जो चाहते थे कि शरद पवार सरकार में शामिल होने की संभावना तलाश करें.


कौन इस चर्चा में नहीं थे शामिल?
उन्होंने कहा कि केवल अनिल देशमुख और नवाब मलिक चर्चा में शामिल नहीं थे. पटेल ने आगे कहा, एनसीपी (NCP) मंत्रियों ने शरद पवार को एक पत्र लिखकर कहा था कि पार्टी को सत्ता से बाहर नहीं रहना चाहिए. सरकार में शामिल होने की संभावना तलाशने में कोई हर्ज नहीं है. शरद पवार से बगावत के बाद प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि महाराष्ट्र की शिवसेना-बीजेपी (BJP) सरकार में शामिल होने का फैसला सामूहिक है जो पार्टी की तरफ से राजनीतिक स्थिरता और राज्य का विकास सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है.


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