महाराष्ट्र में शरद पवार गुट के सभी 12 सांसद किसके साथ? अनिल देशमुख ने किया बड़ा दावा
Maharashtra Politics: ऐसी चर्चा थी कि शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के नेतृत्व वाला गुट महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद जल्द ही हाथ मिला लेंगे. इसपर अनिल देशमुख ने कहा कि यह सब झूठ है.
Maharashtra News: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के नेता अनिल देशमुख ने बुधवार को कहा कि पार्टी के सभी 12 सांसद शरद पवार के साथ हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दोनों प्रतिद्वंद्वी गुटों के एक साथ आने की अटकलों में कोई दम नहीं है. वह उन खबरों के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे, जिनमें कहा गया था कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने शरद पवार गुट के कुछ लोकसभा सांसदों से संपर्क कर उन्हें पार्टी में शामिल करने का प्रयास किया है.
ऐसी भी चर्चा थी कि शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के नेतृत्व वाला गुट महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद जल्द ही हाथ मिला लेंगे. देशमुख ने कहा, "यह सब झूठ है. हमारे सभी आठ लोकसभा सांसद और चार राज्यसभा सदस्य शरद पवार के साथ खड़े हैं." बीड जिले में सरपंच संतोष देशमुख की नृशंस हत्या पर पूर्व गृह मंत्री ने कहा कि अपराध में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
इससे पहले एनसीपी-एसपी नेता रोहित पवार ने शरद पवार और अजित पवार के साथ आने को लेकर कहा था कि अगर दोनों चाहे तो आ सकते हैं. मुझे नहीं पता वो आएंगे या नहीं.
संजय शिरसाट ने किया था ये दावा
कुछ दिनों पहले शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने भी दावा किया था कि भविष्य में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एनसीपी-एसपी नेता शरद पवार एक हो सकते हैं. दिल्ली में शरद पवार और अजित पवार की मुलाकात को लेकर संजय शिरसाट ने कहा था, "देश के बड़े और कद्दावर नेता शरद पवार का जन्मदिन था. अजित दादा उनके भतीजे हैं और उन्हें ठीक लगा, इसलिए वह दिल्ली जाकर शरद पवार से मिले. राजनीति अलग और रिश्ते अलग चीज होती है."
उन्होंने कहा था, "ऐसे में इस मुलाकात को राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए. हमारा मानना है कि सभी राजनीतिक पार्टियों में ऐसी मुलाकातें होनी चाहिए." भविष्य में अजित पवार और शरद पवार के एक होने की संभावना पर शिवसेना नेता ने कहा, "अगर ऐसा होता है तो अच्छी बात ही है. अजित दादा के पास विधायक बल ज्यादा है और वह सत्ता में भी हैं. ऐसे में भविष्य में उनके एक होने की संभावना ज्यादा है."
ये भी पढ़ें- संजय राउत का बड़ा बयान, 'उद्धव ठाकरे की शिवसेना के खिलाफ MNS का इस्तेमाल...'