Jayant Patil on Sachin Waze Allegations: महाराष्ट्र के निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे द्वारा पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और एनसीपी (एससीपी) नेता जयंत पाटील पर लगाए गए आरोपों पर अब जयंत पाटील ने प्रतिक्रिया दी. पाटील ने शनिवार (3 अगस्त) को कहा कि उन्होंने सचिन वाजे से कोई मुलाकात नहीं की है. पाटील ने कहा कि उन्हें शक है कि कोई साजिश की जा रही है.


इससे पहले सचिन वाजे ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को एक पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख द्वारा कथित तौर पर ली गई रिश्वत के सभी सबूत सौंपे हैं. उन्होंने कहा कि "पैसा अनिल देशमुख पीए के माध्यम से जाता था. मैंने जो पत्र लिखा है, उसमें मैंने जयंत पाटील का नाम भी दिया है."


आरोप लगाने वाला व्यक्ति डेढ़ साल से जेल में है- पाटील
बता दें सचिन वाजे एक निलंबित मुंबई सहायक पुलिस निरीक्षक हैं और 100 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के मामले में आरोपी हैं. वहीं सचिन वाजे के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए जयंत पटील ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि "पहली बात आरोप लगाने वाला व्यक्ति डेढ़ साल से जेल में है, उसके खिलाफ गंभीर आरोप है."


उन्होंने कहा "मुझे नहीं लगता कि अदालत और न्याय प्रणाली उस पर भरोसा करेगी. मुझे नहीं पता कि उसने पत्र में क्या लिखा है और उसे अचानक पत्र लिखने का मन कैसे हुआ?" उन्होंने संदेह जताया कि राज्य में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के लोगों को बदनाम करने की साजिश चल रही है.


जयंत पाटील ने कहा कि "मुझे लगता है कि यह विपक्ष के लोगों को बदनाम करने की साजिश है. मुझे उम्मीद है कि जब देवेंद्र फडणवीस को पत्र मिलेगा, तो वह मुझे फोन करेंगे और बताएंगे कि उस पत्र में क्या लिखा है. मुझे याद नहीं है कि मैं कभी सचिन वाजे से मिला हूं."


वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र में एक नाटक का मंचन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि महा विकास अघाड़ी की सरकार बनने के बाद वे इस मामले की जांच करेंगे. 


अनिल देशमुख पर ये आरोप
दरअसल, सीबीआई ने अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि गृह मंत्री के तौर पर देशमुख ने पुलिस अधिकारियों को बार मालिकों से हर महीने 100 करोड़ रुपये वसूलने का निर्देश दिया था.


वहीं बाद में देशमुख को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी. अनिल देशमुख को ईडी ने 2021 में कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था और उन्होंने कई महीने जेल में बिताए थे.


सचिन वाजे पर लगा है ये आरोप
एनआईए ने मुंबई में मुकेश अंबानी के घर के पास खड़ी कार से विस्फोटक बरामद होने की जांच के सिलसिले में मार्च 2021 में सचिन वाजे को गिरफ्तार किया था. वाजे 25 फरवरी 2021 को मुंबई में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास विस्फोटक से लदी गाड़ी रखने के मुख्य आरोपी है.



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