Maharashtra Police: महाराष्ट्र के पुणे शहर में अवैध रूप से रहने वाले कम से कम 11 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया है, इनमें से तीन नाबालिग हैं. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. पुलिस के अनुसार, उनके पास जाली दस्तावेजों का उपयोग करके बनवाये गये पैन कार्ड, आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र मिले हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें देवाची उरुली इलाके में कुछ बांग्लादेशियों के अवैध रूप से रहने के बारे में सूचना मिली, जिसके बाद हमने तलाशी ली.
अवैध रूप से रह रहे थे सभी
वे बिना पासपोर्ट और अन्य दस्तावेजों के वहां रहते मिले हैं. बांग्लादेश के रहने वाले ये लोग शहर में छोटे-मोटे काम करते हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता, पासपोर्ट अधिनियम और विदेशी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है.
केस दर्ज
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि चारों लोग अपने परिवार के साथ पुणे के हडपसर के पास देवाची उरुली इलाके में रहते थे. उनके खिलाफ शनिवार को हडपसर थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 465, 468, 467, 470 और भारतीय पासपोर्ट अधिनियम और विदेशी अधिनियम की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
इन लोगों से पुलिस ने की पूछताछ
अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान निजाम रहीमाली शेख, बाबू मोसिन मंडल, कमरुल रोशन मंडल और सागर आलम शेख के रूप में की गई है, जिन्हें शुक्रवार रात जांच के लिए उठाया गया था. पुलिस ने आरोपी के परिवार के सदस्यों, जिनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं, सहित कुल 11 लोगों पर मामला दर्ज किया है. पुलिस को संदेह है कि आरोपी निजाम कथित तौर पर अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को भारत लाने वाले रैकेट से जुड़ा हुआ है.