BMC चुनाव से पहले मेयर पद पर BJP ने ठोका दावा, आशीष शेलार ने शिंदे गुट को लेकर कही ये बात
BMC Elections: बता दें कि बीएमसी की 227 सीटों पर जल्द चुनाव हो सकते हैं. बीएमसी का कार्यकाल पिछले साल की शुरुआत में ही समाप्त हो चुका था. बीएमसी पर साल 1997 से ही उद्धव ठाकरे की शिवसेना का ही राज है.
Mumbai News: मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने बुधवार को कहा कि बीजेपी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना आने वाले बीएमसी के चुनावों में 150 से ज्यादा सीटें जीतेगी. एक क्षेत्रीय अखबार की तरफ से आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में 'मिशन 150 सीटें' को दोहराते हुए शेलार ने कहा कि मुंबई में बीजेपी का ही मेयर होगा.
इस बार मुंबई में बीजेपी का होगा मेयर
बता दें कि बृहन्मुंबई नगर निगम के सदन में 227 सीटें हैं. बीएमसी का कार्यकाल पिछले साल की शुरुआत में ही समाप्त हो चुका था और अभी यह एक प्रशासक के अधीन है. बीएमसी में जल्द ही चुनाव हो सकते हैं. आशीष शेलार ने कहा कि बीजेपी और हमारी सहयोगी एकनाथ शिंदे की शिवसेना बीएमसी में 150 से ज्यादा सीटें जीतेगी और मुंबई में बीजेपी का ही मेयर होगा.
1997 से बीएमसी पर उद्धव नीत शिवसेना का ही राज
मालूम हो कि बीएमसी एशिया का सबसे अमीर निकाय है और इसका सालाना बजट 45000 करोड़ का है. साल 1997 से बीएमसी पर उद्धव नीत शिवसेना का ही कब्जा है. साल 2017 के चुनाव में बीजेपी मात्र 2 सीटों से शिवसेना से पीछे रह गई थी. इस चुनाव में शिवसेना ने 84 सीटें जीती थीं. शिंदे सरकार के साथ गठबंधन कर सत्ता में आने के बाद बीजेपी बीएमसी को भी उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना से छीनना चाहती है और इसके लिए वह पूरी कोशिश कर रही है.
बीएमसी के आगामी चुनावों को देखते हुए बीजेपी पिछले सप्ताह पीएम मोदी के हाथों मुंबई में 38000 करोड़ की कई परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास कराया था. आशीष शेलार ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना पर निशाना साधते हुए कहा कि दिवंगत बालासाहेब ठाकरे और उद्धव ठाकरे की शिवसेना में बहुत अंतर है. उन्होंने कहा कि बालासाहेब बड़े दिल वाले शख्स थे. वह हमेशा बातचीत के लिए तैयार रहते थे और और बीजेपी के साथ उनके गठबंधन की नींव हिंदुत्व था.
उद्धव ठाकरे के व्यवहार नें निरंतरता नहीं- शेलार
उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे के पूर्व के कुछ बयानों ने बीजेपी के लिए कई कठिनाइयां पैदा कीं. 2014 से 2019 के बीच राज्य सरकार में बीजेपी के साथ सत्ता साझा करते हुए उद्धव ने एक बार कहा था कि बीजेपी के साथ 25 साल से ज्यादा के गठबंधन के दौरान उनकी पार्टी सड़ चुकी है. 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने सिर्फ एक सीट के लिए हमसे गठबंधन तोड़ा था. 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने फिर से हमसे गठबंधन कर लिया और रिजल्ट आने के बाद गठबंधन तोड़ लिया, उनके व्यवहार में निरंतरता नहीं है.
यह भी पढ़ें: Watch: मुंबई के बांद्रा इलाके में बस में लगी आग, धू-धू कर जला वाहन, सभी यात्री सुरक्षित, देखें वीडियो