Maharashtra SSC Result 2022: कोरोनाकाल में सिर से उठ गया था पिता का साया, SSC की परीक्षा में 88% अंक लाने वाली भूमिका ऐसी है कहानी
Mumbai News: भूमिका ने कहा कि पिता और दादा-दादी की मौत के बाद वो टूट चुकी थी, लेकिन फिर वह इस सदमे से बाहर आईं और परीक्षा की तैयारी के लिए दिन-रात एक कर दिए.
Success Story of Bhumika Dhotre: कोरोना काल में अपने पिता और अपने दादा-दादी को खोने वाली भूमिका धोत्रे आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है. आज भूमिका का नाम सुर्खियों में छाया हुआ है. तमाम चुनौतियों से लड़ते हुए भूमिका ने बोर्ड की परीक्षा में 88.40% अंक प्राप्त कर अपने परिवार का सिर फक्र से ऊंचा कर दिया है. वैसे तो कोरोना काल में बोर्ड की परीक्षाओं की तैयारी करना किसी भी छात्र के लिए आसान नहीं रहा, लेकिन भूमिका के लिए चुनौती कुछ ज्यादा ही बढ़ी थी. साल 2021 में कोरोना की दूसरी लहर में भूमिका के सिर से उनके पिता का साया उठ गया, यही नहीं कोरोना ने उनके दादा-दादी को भी उनसे छीन लिया. दादा-दादी और पिता की मौत के बाद भूमिका पूरी तरह टूट चुकी थीं.
परीक्षा पास करने के लिए रात-दिन किया एक
अब उनके सामने दो रास्ते थे या तो अपने पिता और दादा-दादी की मौत का शोक मनाती रहें या फिर अपनी पढ़ाई पर फोकस कर कुछ कर के दिखाएं. भूमिका ने यकीनन दूसरा रास्ता चुना और दिन-रात एक कर महाराष्ट्र 10वीं बोर्ड की परीक्षा 88.40% अंकों से पास की. भूमिका आज अपनी कामयाबी पर बेहद खुश हैं. भूमिका ने कहा कि मैंने पिछले साल में खुल को भावनात्मक रूप से संतुलित करने की कोशिश की और पढ़ाई पर पूरा ध्यान दिया. मैं पढ़ाई के लिए कभी सुबह 5 बजे उठती थी तो कभी 6 बजे. अच्छे अंक लाने के लिए मैं देर रात तक पढ़ती थी.
मां और बहन का मिला सहयोग
बोरीवली (वेस्ट) में सेंट ऐनी हाई स्कूल की छात्र भूमिका ने आगे कहा कि उन्होंने तैयारी करने के लिए टाइम टेबल बनाया था, लेकिन वह इसको फॉलो नहीं कर पाती थीं. भूमिका ने कहा कि मेरी मां जो खुद एक टीचर हैं, ने और मेरी बहन ने मुझे कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया जिसकी वजह से आज मैं अच्छे अंक ला पाई.
यह भी पढ़ें:
Maharashtra: बॉम्बे हाईकोर्ट से अनिल देशमुख और नवाब मलिक को झटका, MLC चुनाव को लेकर दिया यह आदेश