Maharashtra Assembly Session: दिशा सालियान हत्याकांड की फिर खुलेगी फाइल, बीजेपी के हंगामे के बाद डिप्टी सीएम ने दी यह प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र विधानसभा गुरुवार को कई बार स्थगित की गई. विधानसभा में बीजेपी ने यह मांग की है कि दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की हत्या की जांच SIT से कराई जाए.
Maharashtra News: महाराष्ट्र विधानसभा में गुरुवार को हंगामे के कारण कार्यवाही कई बार स्थगित की गई. दरअसल, सत्तारूढ़ बीजेपी सदन में दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की हत्या की जांच विशेष जांच दल (SIT) से कराने की मांग कर रही थी.
8 जून को हुई थी दिशा सालियान की मौत
दरअसल, दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत आठ जून 2020 को हो गई थी. यह बताया जाता है कि वह कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी. पुलिस के अनुसार, सालियान (28) ने मुंबई के मलाड में एक बहुमंजिला इमारत से कूद कर आठ जून, 2020 को कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी. वहीं, अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (34) का शव 14 जून, 2020 को मुंबई के बांद्रा स्थित उनके अपार्टमेंट में फांसी के फंदे से लटकता मिला था.
क्या कहा डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने?
महाराष्ट्र विधानसभा में गुरुवार 22 दिसंबर को फोन टैपिंग केस को लेकर हंगामा हुआ. इसके बाद एनसीपी सहित सभी विपत्री दलों ने वॉकआउट किया. इस दौरान नेताओं ने आरोप लगाया कि सदन में इस मुद्दे को लेकर चर्चा नहीं हो रही है. कांग्रेस नेता नाना पटोले ने दावा किया कि उनकी पार्टी के एक नेता का फोन टैप हुआ है. इस दौरान डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सदन में कहा कि दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर दिशा सालियान की मौत के मामले में जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया जाएगा.
विधायक जयंत पाटिल को किया गया निलंबित
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए गुरुवार (22 दिसंबर) को शरद पवार की पार्टी एनसीपी के वरिष्ठ नेता और विधायक जयंत पाटिल को शीतकालीन सत्र के बचे हुए दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया. जयंत पाटिल ने राहुल नार्वेकर के खिलाफ टिप्पणी की, जिसे लेकर सदन में हंगामा हुआ. संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने एनसीपी की प्रदेश इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल के खिलाफ निलंबन प्रस्ताव पेश किया, जो ध्वनि मत से पारित हो गया. जयंत पाटिल पिछले तीन दशक से सदन के सदस्य रहे हैं.