Nashik News: छत्रपति संभाजी महाराज ( Sambhaji Maharaj) के बारे में कथित टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र (Maharashtra) के नेता प्रतिपक्ष अजित पवार (Ajit Pawar) के खिलाफ बीजेपी (BJP) के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को नासिक में विरोध प्रदर्शन किया. बीजेपी ने कार्यकर्ताओं ने रविवर करंजा चौक पर प्रदर्शन किया और पवार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनका पुतला भी फूंका.


धर्मवीर नहीं थे संभाजी महाराज


बता दें कि पिछले हफ्ते महाराष्ट्र विधानसभा में बोलते हुए अजित पवार ने कथित तौर पर कहा था कि  छत्रपति संभाजी महाराज धर्मवीर (धर्म के रक्षक) नहीं थे, बीजेपी ने इस मामले को तूल देते हुए दावा किया कि अजित पवार ने ऐसा कहकर संभाजी महाराज का अपमान किया है. विरोध प्रदर्शन के दौरान बीजेपी विधायक देवयानी फरांडे ने कहा कि एनसीपी हमेशा हिंदुओं के खिलाफ खड़ी रहती है. उन्होंने कहा कि पवार लगातार विवादित बयान देते रहे हैं. उन्होंने अब छत्रपति संभाजी महाराज के खिलाफ बयान दिया है और उनका अपमान किया है. इसको लेकर उन्हें माफी मांगनी चाहिए या नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा देना चाहिये.


ओझर में भी पवार का विरोध, बालासाहेबंची शिवसेना हुई शामिल


अजित पवार के खिलाफ इसी तरह का विरोध ओझर कस्बे में भी देखने को मिला, जहां बीजेपी ने गधे पर पवार का पुतला बिठाकर जुलूस निकाला. बालासाहेबंची शिवसेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी बीजेपी के इस आंदोलन में शामिल हुए. शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय पर 'जोड़े मारो' आंदोलन किया और छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज और शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरे के समर्थन में नारेबाजी की. इतिहास के पन्नों से उठाकर बात करें तो  छत्रपति शिवाजी महाराज के सबसे बड़े पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज को 1689 में मुगल बादशाह औरंगजेब के आदेश पर पकड़ लिया गया और उन्हें यातना देकर मार डाला गया था.


महाराष्ट्र में महान हस्तियों के नाम पर राजनीति बंद होने का नाम नहीं ले रही है. इससे पहले जहां राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी द्वारा शिवाजी महाराज को लेकर दिए गए बयान पर एनसीपी और विपक्षी पार्टियां राज्य की गठबंधन सरकार पर हमलावर थीं, वहीं अब बीजेपी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने अजित पवार को संभाजी महाराज को लेकर दिये बयान पर घेरना शुरू कर दिया है..


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