Maharashtra News: ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath shinde) अपने धुरविरोधी और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को बख्शने के बिल्कुल मूड में नहीं हैं. उनका ताजा एलान इसी बात की ओर इशारा करता है. मंगलवार को सीएम शिंदे ने एलान किया कि उनकी सरकार बीएमसी (BMC) द्वारा दवा खरीद में अनियमितताओं और दवाओं के वितरण में देरी के आरोपों की जांच कराएगी. बता दें कि पिछले दो दशकों से बीएमसी पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना का ही शासन है.


बीजेपी विधायक आशीष शेलार ने उठाया था मुद्दा


बता दें कि बीजेपी विधायक आशीष शेलार ने एक प्रश्न के माध्यम से मुंबई के कांदिवली में संचालित भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर जनरल म्युनिसिपल अस्पताल में सुविधाओं की कमी का मुद्दा उठाया था. शेलार ने पूछा था कि क्या अस्पताल में खाली पड़े पदों को तुरंत भरा जाएगा, क्या गलत दवाओं की खरीद और दवा में देरी की जांच की जाएगी. इसके जवाब में शिंदे ने कहा कि दवाओं की खरीद मामले में अनियमितताओं के आरोपों की जांच कराई जाएगी, उन्होंने भरोसा दिलाया कि खाली पड़े पदों को तुरंत भरा जाएगा. शिंदे ने कहा कि 5000 सफाई कर्मी और 5,500 आशा कर्मियों की भर्ती की जाएगी.


अस्पतालों के मुद्दे पर होगी एक अलग बैठक


एक अन्य सवाल के जवाब में शिंदे ने कहा कि अस्पताल में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए एक अलग बैठक बुलाई जाएगी. चर्चा के दौरान शेलार ने मांग की कि  पश्चिमी उपनगरों में सेवन हिल्स अस्पताल को बीएमसी द्वारा अपने कब्जे में ले लिया जाना चाहिए. इस पर सीएम शिंदे ने कहा कि सेवन हिल्स का मुद्दा वर्तमान में एनसीएलटी में लंबित है. यह बीएमसी द्वारा चलाया जाएगा या नहीं, यह एनसीएलटी के नतीजे आने के बाद तय होगा. वहीं बीजेपी के वरिष्ठ विधायक अतुल भातखलकर ने अस्पताल में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए एक अलग बैठक की मांग की थी, जिसे सीएम शिंदे ने स्वीकार कर लिया.


यह भी पढ़ें: Maharashtra Gram Panchayat Result 2022 Live: ग्राम पंचायत चुनावों की काउंटिंग जारी, अभी तक के नतीजों में BJP ने बनाई बढ़त