Maharashtra Covid Third Wave: भारत में कोरोना के बढ़ते मामले और ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच एक राहत भरी खबर सामने आई है. दरअसल, महाराष्ट्र में जनवरी के महीने में अचानक कोरोना के मामले उछाल देखा गया था. इस अचानक बढ़ते मामले को एक्सपर्ट कोरोना की तीसरी लहर का पीक भी बता रहे थे. पर राहतभरी बात यह रही की कोरोना के दूसरी और पहली लहर के दौरान मिले मामले और इससे गई मरीजों की जान के मुकाबले इस साल सबसे कम लोगों की जान कोरोना से गई है.
दूसरी लहर में गई थी 29,562 लोगों की जान
महाराष्ट्र में जनवरी महीने में 1,042,288 नए मामले सामने आए थे. जिसमें 1,085 लोगों की जान कोरोना के कारण चली गई. इसका अर्थ यह है कि जनवरी 2022 में महाराष्ट्र में कोरोना की मृत्यु दर 0.1% रही. इसकी तुलना में अप्रैल 2021 में – दूसरी लहर का चरम दर्ज किए गए मामलों की संख्या 1,789,406 थी. जबकि उस महीने दर्ज की गई मौतों की संख्या 29,562 थी, जिसका अर्थ है कि मामले की मृत्यु दर 1.65% थी. वहीं 2020 में पहली लहर में, महामारी सितंबर में चरम पर पहुंच गई, जिसमें 593,192 मामले और 12,024 मौतें दर्ज की गई थी.
टीकाकरण से कम हुई मरीजों की मौत
मुंबई कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ शशांक जोशी ने इस पर कहा कि कोरोना के तीसरी लहर और ओमिक्रॉन के मामले तेजी से मिले पर टीकाकरण के कारण इस बार मृत्यु दर कोविड के अन्य लहरों के पीक के मुकाबले काफी कम रहा. इसके अलावा हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स ने के शानदार कार्य के वजह से भी मृत्यु दर कम करने में आसानी हुई और लोगों को सही समय पर इलाज हो सका.
24 घंटे में गई 79 लोगों की कोरोना से जान
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि बुधवार को संक्रमण के 18,067 नए मामले सामने आए. विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे में कोविड से 79 मरीजों की मौत हो गई जबकि एक दिन पहले महामारी से 94 मरीजों की मौत हुई थी. विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, अब तक संक्रमण के 77,35,548 मामले सामने आ चुके हैं और कोविड-19 से 1,42,784 मरीजों की मौत हो चुकी है.
यह भी पढ़ें:
Maharashtra Weather Report: महाराष्ट्र में मुंबई सहित कई जगहों पर छाए बादल, ठंड को बढ़ाएगी बारिश